पानी के लिए प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने अधिकारियों को दिया ये जवाब
पानी तो आता नहीं भरे मटके कहां से लाते ?
पानी के लिए प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने अधिकारियों को दिया ये जवाब
पलसाना. कस्बे में पेयजल समस्या को लेकर महिलाओं समेत लोगों ने धरना दिया। अधिकारी दिनभर तो आए नहीं लेकिन शाम को जलदाय विभाग के उच्च अधिकारी मौके पर आए तो धरने पर बैठी महिलाओं ने सिर पर खाली मटके रखकर अधिकारियों को दिखाए तो अधिकारी नाराज हो गए और वापस उठ गए। बाद में जब अधिकारियों ने कहा कि ये तरीका गलत है तो महिलाओं ने अधिकारियों को टका सा जवाब दिया कि पानी तो आता ही नहीं भरे हुए मटके कहां से लाती। इस पर अधिकारी निशब्द हो गए और वापस बैठकर लोगों की समस्या सुनने लगे। प्रशासन ने लोगों को दो दिन में स्वीकृत योजना का कार्य शुरू करवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद लोग मान गए, हालांकि संघर्ष समिति ने कार्य शुरू होने तक धरना जारी रखने की बात कही है।
जानकारी के अनुसार ग्रामीण पूर्व घोषणा के अनुसार सुबह दस बजे से पहले ही जलदाय विभाग कार्यालय के आगे टेंट लगाकर धरने पर बैठ गए। धीरे धीरे लोगों की संख्या बढ़ती गई और दोपहर होते होते काफी संख्या में महिला पुरूष धरना स्थल पर जमा हो गए। लोग शांतिपूर्ण रूप से धरना देकर बैठे थे कि इस दौरान दोपहर ढाई बजे के करीब बारिश शुरू हो गई। धरना स्थल पर तिरपाल लगा रहा युवक कुलदीप ऊपर से गुजर रही 11 हजार केवी बिजली लाइन की चपेट में आने से हाथ और पीठ झुलस गए।
उसे जाखड़ अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत ठीक बताई जा रही है।
तैश में आए लोग
युवक के करंट की चपेट में आने के बाद भी लोग धरने पर बैठे रहे और बारिश रुकने के बाद जलदाय विभाग कार्यालय परिसर में जाकर धरने पर बैठ गए। लोगों ने वहां नारेबाजी कर जलदाय विभाग के उच्च अधिकारियों के मौके पर नहीं पहुंचने का विरोध जताया। धरने पर बैठे लोगों को आरोप था कि कस्बे में पेयजल की आधी समस्या तो यहां के कर्मचारियों के कारण पैदा हो रखी है। ऐसे में लापरवाह कर्मचारियों को हटाकर दूसरी जगह भेजा जाए और दूसरे कर्मचारी लगाए जाए। बाद में अधिकारियों ने स्थानीय कर्मचारियों के तबादले करने का आश्वासन दिया है।
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