गाय को ढूंढने निकला था युवक, बजी थी मोबाइल की घंटी
जानकारी के अनुसार नीमकाथाना के गणेश्वर के नजदीकी गांव आगरी की ढाणी रावजी में शनिवार शाम करीब साढ़े सात बजे कमलेश सैनी अपने खेतों के पास अपनी गाय को तलाश कर रहा था। नहीं मिलने पर वह पहाड़ी की तरफ चला गया। जहां उसे एक पैंथर मृत जानवर को खाते हुए दिखा। पैंथर देख वह घबरा दिया। इसी बीच पैंथर ने भी उसे देख लिया और अचानक उस पर हमला कर दिया। बकौल कमलेश जब पैंथर उसकी तरफ कूदा तो डर के मारे सिर पर दोनों हाथ रखते हुए वह नीचे झुक गया। जिस पर पैंथर सिर पर रखे हाथों पर नाखून चुभाता हुआ ऊपर से गुजर गया। इसके बाद पैंथर उसकी ओर देखते हुए जोर-जोर से गुर्राने लगा। मौत सामने देख वह घबराते हुए ‘भगवान बचाओ- भगवान बचाओ’ पुकारने लगा। कमलेश के मुताबिक इसी दौरान उसके मोबाइल में घंटी बजी और वह बेहोश हो गया। कुछ देर बाद होश आया तो पैंथर गायब मिला। इसके बाद वह लहूलुहान हालत में जैसे- तैसे घर पहुंचा। जिसके बाद परिजन उसे गणेश्वर के निजी नर्सिंग होम ले गए। जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद उसे घर भेज दिया।
ईश्वर ने ही बचाया
कमलेश पैंथर से बची जान को ईश्वर की कृपा ही मान रहा है। बकौल कमलेश पैंथर के हमले के बाद उसने तो अपनी मौत तय ही मान ली थी। लेकिन इसी बीच भगवान का नाम आ गया और पैंथर वहां से भाग छूटा।
शिकार के लिए आबादी में आने लगे पैंथर
गणेश्वर सहित आसपास के गंावों में पैंथर का आना आम हो गया है। ग्रामीणों के अनुसार जंगल मे पैंथर को शिकार व पानी नहीं मिलने पर वे अक्सर शाम के समय आबादी क्षेत्र में भी घुसने लगे हैं। जिससे घर के बाहर बंधे मवेशियों के साथ आमजन की जिंदगी को भी खतरा बढ़ गया है। गांवों में बकरियों का शिकार तो पैंथर के लिए आम बात हो गई है।