इधर, घटना के बाद सहमे पीडि़त परिजनों का कहना है कि बेटियों की शादी के लिए मां ने जिन्दगी भर की मेहनत मजदूरी की कमाई से तिनका-तिनका कर शादी का सामान व जेवरात आदि जोड़ रखे थे। पेट काटकर थोड़ी बहुत नगदी जमा कर रखी थी। सबकुछ साफ हो गया। ऐसे में अब अकेली मां अपनी लाडली बेटियों की शादी बिना दहेज के सामान के भला कैसे कर पाएगी। क्योंकि चार बेटियों की मां के पति की मौत 20 साल पहले हो चुकी है। किसी के काम कर एक छोटी-मोटी किराने की दुकान चलाकर इसने बेटियों की शादी का जुगाड़ किया था।
तैयारियां चल रही थी। लेकिन, अब कुछ नहीं बचा तो पूरा परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घटना से आस-पास के लोग भी सदमे में आ गए हैं। पीडि़त महिला उषा देवी का कहना है कि वह बीपीएल है और मेहनत मजदूरी कर उसने बेटियों को कैसे-जैसे बड़ा किया था। लेकिन, सोमवार रात अज्ञात चोरों ने उसके सारे अरमानों पर पानी फेर दिया है। उसके घर से चोर सोने की छह अगुंठियां, मांग टीका, शीशफूल, कानों की झूमर, नोज पीन तथा चांदी की पांच पाजेब की जोड़ी, अंगूठी सहित नगद 50 हजार रुपए पार कर ले गए।
गश्त की रखी मांग
बेबस परिवार के घर घटना के बाद लोगों ने पुलिस गश्त के प्रति आक्रोश जताया। गश्त बढ़ाने की मांग रखी। ग्रामीणों का कहना था कि अगर गश्त होती रहे तो ऐसी वारदातों पर लगाम लगाई जा सकती है। पुलिस ने भी मौके पर आकर इतिश्री की है। जबकि घटना को गंभीरता से लिया जाना चाहिए था।