बेरोजगारों के नंबर लीक होने पर सवाल
बेरोजगारों को मोबाइल नंबर सरकारी कार्यालयों से लीक होने का अंदेशा है। ठगी का शिकार होने वाले बेरोजगारों का कहना है कि उन्होंने बेरोजगारी भत्ते व स्किल डवलपमेंट विभाग की साइट पर रोजगार के लिए आवेदन किया था। अब निजी कंपनियों के पास उनके मोबाइल नंबर कैसे पहुंचे।
केस एक: एयरपोर्ट पर नौकरी के नाम पर लिए पैसे
शिवसिंहपुरा निवासी एक युवक कोरोनाकाल में बेरोजगार हो गया। बेरोजगार युवक के पास एक कंपनी का मैसेज आया कि आपको यदि जयपुर एयरपोर्ट पर ग्राउण्ड मैन की नौकरी चाहिए तो तत्काल आवेदन करें। युवक ने कंपनी के दिए नंबर पर सम्पर्क किया तो उन्होंने वाट्सएप पर फार्म भेज दिया। इसके बाद मैसेज आया कि आपको फार्म के साथ 600 रुपए कंपनी के खाते में पंजीयन के लिए देने होंगे। इस पर युवक ने 600 रुपए ऑनलाइन जमा करवा दिए। इसके बाद अगले दिन फिर कॉल आया कि आपकी मेल पर साक्षात्कार का लिंक दिया गया है। साक्षात्कार में शामिल होने के लिए छह हजार रुपए जमा कराए। छह हजार रुपए जमा होने के बाद से कंपनी का नंबर बंद आ रहा है।
केस दो: बेरोजगारों को गुजरात से कानूनी नोटिस भेजने की धमकी
जयपुर रोड निवासी एक युवक के पास भी रोजगार के लिए एक मैसेज आया। इसमें बताया कि कंपनी को घर से टाईपिंग का काम करने वाले युवकों की आवश्यकता है। युवक के परीक्षा पास करते ही मैसेज आया कि आपको सिक्यूरिटी के लिए छह हजार रुपए जमा कराने हैं। इस पर युवक ने कहा कि उसकी आर्थिक स्थिति खराब है वह राशि जमा नहीं करा सकता। इस पर कंपनी के कर्मचारियों ने तीन दिन में गुजरात हाईकोर्ट से नोटिस देने की धमकी की। इसके पीछे तर्क दिया कि आपने कंपनी का समय खराब किया है।
केस तीन: निजी शिक्षकों से वसूल लिए पांच हजार
जिले के कई निजी शिक्षकों के पास कॉल आया कि दिल्ली व हरियाणा इलाके में कई स्कूल जल्द शुरू करनी वाली है। कोरोना की वजह नया स्टाफ नियुक्त होना है। जिले के कई शिक्षकों ने नौकरी की आस में पंजीयन कर लिया। पंजीयन के बाद कंपनी का कॉल आया कि अब साक्षात्कार में शामिल होने के लिए पांच हजार रुपए देने होंगे। साक्षात्कार भी हो गया लेकिन कंपनी कर्मचारियों का दुबारा कोई कॉल नहीं आया। इस पर शिक्षकों ने जब उस कंपनी के कार्यालय का पता लगाया तो वहां ताला लटका हुआ मिला।
केस चार: बैंक से लोन दिलाने के नाम पर ठगी
जयपुर रोड निवासी एक युवक के पास कॉल आया कि कोरोनाकाल में सरकार की ओर से बेरोजगारों को सस्ती दरों पर लोन उपलब्ध कराया जा रहा है। युवक से पुरानी सैलरी पर्ची, बैंक पास बुक सहित अन्य दस्तावेज के लेने के बाद प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 2300 रुपए वसूल कर लिए। इसके बाद भी वह नंबर भी बंद आता है।