पांच लाख अभ्यर्थियों का असमंजस दूर, अब नहीं होगी यह परीक्षा
देश के पांच लाख अभ्यर्थियों के लिए राहत की खबर है।

सीकर. देश के पांच लाख अभ्यर्थियों के लिए राहत की खबर है। विशेष शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों में प्रवेश का इंतजार कर रहे देश के पांच लाख से अधिक अभ्यर्थियों के लिए राहतभरी खबर है। इस साल भारतीय पुनर्वास परिषद की ओर से अखिल भारतीय स्तर की प्रवेश परीक्षा एआइओटी का आयोजन नहीं कराया जाएगा। विद्यार्थियों को महाविद्यालय में आवेदन के बाद मेरिट से प्रवेश दिए जाएंगे। इसके लिए सभी जिलों में कलक्टर की अध्यक्षता में कमेटी गठित होगी। यह कमेटी आरक्षण सहित अन्य प्रावधानों की पालना कराएगी। पिछले छह महीने से विद्यार्थियों को प्रवेश परीक्षा का इंतजार था, लेकिन कोरोना की वजह से प्रवेश परीक्षा नहीं हो पा रही थी। पुनर्वास परिषद ने अब सीधे महाविद्यालयों को प्रवेश का अधिकार दे दिया है। प्रवेश की विस्तृत गाइडलाइन जल्द परिषद की ओर से जारी की जाएगी।
717 कॉलेज में होता है प्रवेश
भारतीय पुनर्वास परिषद की ओर से अखिल भारतीय स्तर की प्रवेश परीक्षा एआइओटी से देशभर की 717 कॉलेजों में प्रवेश होता है। देशभर में प्रवेश पाने के लिए 19 हजार सीट है। इनमें से राजस्थान की बात करें तो यहां 53 कॉलेज है। परीक्षा के लिए करीब पांच लाख अभ्यर्थियों ने पंजीकरण करवाया था। परीक्षा नहीं होने पर कॉलेजों में अब 20 सितंबर तक दाखिले होंगे। जिसकी प्रक्रिया 25 अगस्त बाद शुरू होगी।
देशभर में कॉलेज: 717
देशभर में सीट: 19 हजार
राजस्थान में कॉलेज: 53
देशभर में अभ्यर्थी: 05 लाख से अधिक
कॉलेजों में आवेदन: 25 अगस्त के बाद से
दाखिले कब तक: 20 सितम्बर तक
क्या है विशेष शिक्षा के पाठ्यक्रम
मानसिक विमंदित, नेत्रहीन, मूकबधिर सहित कुल 12 श्रेणी के दिव्यांग विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार की ओर से देशभर में 717 कॉलेज संचालित हैं। इन कॉलेजों में 11 से अधिक तरह के पाठ्यक्रम फिलहाल संचालित हैं। इन पाठ्यक्रमों को पूरा करने के बाद विद्यार्थी परिषद में पंजीयन करा सकता है। इस पंजीयन नंबर के आधार पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय विद्यार्थी को निजी व सरकारी स्कूल व कॉलेज में दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने का अधिकार देता है।
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