चांदपोल गेट के पास रहने वाले मुरारी लाल जांगिड़ पिछले पांच-छह वर्ष से परिवार के साथ जयपुर रह रहे हैं। सीकर की रामलीला उनको पंद्रह दिन तक फिर सीकर खींच लाती है। वे करीब 45 वर्ष से दृश्य सज्जा का कार्य निशुल्क कर रहे हैं। उनके भाई पवन जांगिड़ भी करीब 25 वर्ष से दृश्य सज्जा में सहयोग कर रहे हैं। अब भतीजे पंकज, मनोज व अन्य भी निशुल्क सेवा दे रहे हैं। इसी प्रकार संजय कुमार जोशी नंदी, सुखेन का रोल कर चुके। इनके पिता दीपचंद जोशी लक्ष्मण का किरदार निभा चुके। भतीजा अमित लव व वानर सहित कई किरदार निभा रहा है।
हरिराम बहड़ 38 वर्ष तक रावण बने। उनके पुत्र शशि बहड़ अभी प्रचार मंत्री हैं तथा पर्दे के पीछे की व्यवस्था संभालते हैं। उन्हीं के परिवार के बनवारी बहड़ अभी रावण का अभिनय कर रहे हैं। वहीं मंडल के संयुक्त मंत्री जानकी प्रसाद इंदौरिया पूरी व्यवस्था संभाले हुए हैं। वे कार्य में इतने लीन रहते हैं कि रात को भी घर नहीं जा पाते। वे विभीषण का अभिनय कर चुके। उनके पुत्र भावेश सभासद व दीवान का अभिनय कर चुके। अब पौते वानर व अन्य छोटे रोल कर रहे हैं। इसी प्रकार रामचंद्र जोशी सीता का अभिनय कर चुके। उनके पुत्र लक्ष्मीकांत जोशी भरत, इंद्र, राजकुमार का अभिनय कर चुके। अब पौते वानर का अभिनय कर रहे हैं।