फ्लाइट से सामान भेजने की बात कहीं
भागीरथ के पास अगले दिन राहुल नाम के व्यक्ति ने फोन किया। उसने कहा कि आपका सिलेक्शन हो गया है। सिर्फ चार घंटे ही काम करना होगा। उसने मोबाइल नंबर पर नियुक्ति पत्र, आईडी कार्ड सहित अन्य कंपनी के पत्र भेज दिए। उसने 15 हजार रुपए महीने देने की बात कहीं। साथ ही उसे काम के बारे में बताया। उसने 8650 रुपए भेजने की बात कहीं। उसने कहा कि 8500 रुपए तुरंत लौटा दिए जाएगें। उसने कहा कि फ्लाइट से सामान भेजा जा रहा है। उन्होंने लैपटॉप, मोबाइल व अन्य सामान भेजने के नाम पर 30 हजार रुपए मांगे। उसने कहा कि कंपनी 15 हजार रुपए वहन करेगी। बाद में आपको 15 हजार व साढ़े आठ हजार रुपए लौटा दिए जाएगें।
कस्टम के नाम से मांगे रुपए
भागीरथ ने लैपटॉप सहित अन्य सामान के 15 हजार जमा करा दिए। इसके बाद उन्होंने सामान भेजने की पोलिसी कराने की बात कहीं। पोलिसी के नाम पर 6200 रुपए मांगे। झांसा देकर कहा कि अगर सामान नहीं मिला तो पोलिसी से रुपए मिल जाएगें। पूरी जिम्मेदारी कंपनी की होगी। उसने रुपए जमा करा दिए। बाद में उन्होंने कस्टम के नाम से 19200 रुपए कस्टम के नाम से मांगे। कहा कि सामान भेजा जा चुका है। कस्टम से मंगाने के लिए रुपए जमा कराने होंगे। उसने रुपए जमा करा दिए तो दोबारा से रुपए मांगे। कहा कि आपका टाइम आउट हो चुका है। दोबारा से भेजने होंगे। उसने रुपए देने से मना कर दिया। तब उसने कहा कि 9200 मैं खुद जमा करा दूंगा। आप 10 हजार रुपए ही करा दो। उसने रुपए जमा करा दिए। इसके बाद कस्टम की ओर से फोन आया। उन्होंने कहा कि कंपनी की ओर से रुपए जमा नहीं हुए है। तुमको ही 9200 रुपए देने होंगे। बाद में उसने रुपए जमा करा दिए। बाद में उसके पास कोई सामान नहीं पहुंचा।