यह था मामला
23 मई को चौपड़ बाजार स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की स्थानीय शाखा में नकदी जमा करवाने आए लक्ष्मणगढ़ गैस एजेंसी के मैनेजर शंकरलाल के तीन लाख 12 हजार रुपए पार हो गए थे। सीसीटीवी फुटेज में मुंह पर मास्क लगाकर आए युवक वारदात को अंजाम देते दिखाई दे रहे थे। एक मिनट में ही शातिराना अंदाज में रुपए उठाकर दोनों युवक तेजी से बैंक से निकलकर मुख्य बाजार की तरफ से भाग निकले। घटना के बाद एजेंसी मैनेजर ने अज्ञात युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
सीसीटीवी कैमरों व मुखबिरों के जरिए तलाश
कस्बे में पूर्व की घटनाओं तथा 23 मई को हुई चोरी की घटना के बाद थानाधिकारी अशोक चौधरी की अगुआई में गठित विशेष टीम ने आरोपियों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया। कस्बे में विभिन्न बैंक शाखाओं के पास लगे सीसी-टीवी कैमरों तथा मुखबिरों की मदद ली गई। इस दौरान पुलिस को कुछ नाबालिगों के बैंक शाखाओं के पास संदिग्ध तरीके से घूमते रहने की जानकारी मिली। पुलिस ने शक होने पर तीन नाबालिगों को निरुद्ध कर लिया। नाबालिगों ने वारदात करना कबूल कर लिया।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि इन वारदातों में अंतरराज्यीय गैंग शामिल है जिसके सदस्य छोटे बालकों से ऐसी वारदातें करवाते हैं। ये बच्चे दिन के समय में बैंकों में पैसों का लेनदेन करने के लिए आने वाले लोगों की रैकी कर मौका देखकर रकम से भरी थैली, बैग आदि लेकर फरार हो जाते हैं। नाबालिगों से हुई पूछताछ के आधार पर पुलिस ने वारदात में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस कार्रवाई में लक्ष्मणगढ़ चौकी के कांस्टेबल नरेंद्र कुमार तथा विनोद कुमार का योगदान रहा।
राजस्थान, हरियाणा व उत्तरप्रदेश में की वारदातें
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने लक्ष्मणगढ़ के अलावा रतनगढ़, फतेहपुर, सरदारशहर, कोलायत, लूणकरणसर, खाजूवाला, बीकानेर सहित हरियाणा व उत्तरप्रदेश में कई स्थानों पर वारदात करना स्वीकार किया है। मामले में निरुद्ध किए गए नाबालिग भी गिरफ्तार आरोपियों के रिश्तेदार है।