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बैंक अधिकारी – कर्मचारी बनकर किया ये घिनौना काम

locationसीकरPublished: Jun 12, 2019 06:38:13 pm

Submitted by:

Vinod Chauhan

ऑनलाइन ठगी: दो लोगों से हड़पे 2.35 लाख

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बैंक अधिकारी – कर्मचारी बनकर किया ये घिनौना काम

सीकर.

जिले में ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। जिनमें ठगी करने वाले बैंक अधिकारी या कर्मचारी बनकर सामने वाले को विश्वास में लेते हैं और इसके बाद एटीएम पासवर्ड नंबर तथा उसके खाते की जानकारी जुटाकर वारदात को अंजाम दे डालते हैं। इसी तरह की ठगी के दो मामले सामने आए हैं। इनमें पीडि़तों के खातों से दो लाख 35 हजार रुपए ट्रांसफर कर लिए गए। ठगी के बाद जब पीडि़त व्यक्ति संबंधित बैंक में पूछताछ करने पहुंचे तो यहां मौजूद अधिकारियों ने पल्ला झाड़ लिया और पुलिस ने संसाधनों का अभाव बताते हुए ऑनलाइन ठग तक पहुंचने के लिए अपने आप को बेबस बताया। पिपराली रोड विकास कॉलोनी के रहने वाले रामवतार ने उद्योग नगर थाने में रिपोर्ट दी है कि ठगी कर उसके खाते से एक लाख 60 हजार रुपए निकाल लिए गए हैं। इसके लिए उसके पास बैंक अधिकारी बनकर सामने वाले ने उसके मोबाइल पर फोन किया और नए एटीएम नंबर जारी करने की बात कही। इसके लिए उसने उसके खाते व उसमें जमा रुपयों की जानकारी मांगी। बाद में पता चला कि उसके खाते से ठग ने एक लाख 60 हजार रुपए पार कर लिए हैं। इसकी सूचना संबंधित बैंक वालों को देने पर उन्होंने सहयोग नहीं किया।
ट्रोल-फ्री वालों की मिलीभगत
शास्त्री नगर वार्ड संख्या 27 के अनिल का कहना है कि वह निजी शिक्षक है। उसने अपने एटीएम से 500 रुपए निकालने का प्रयास किया था। रुपए तो निकले नहीं लेकिन, उसके खाते से 500 रुपए कम हो गए। इसके बाद उसने बैंक की स्लीप पर छपे ट्रोल-फ्री नंबरों पर शिकायत दर्ज करवाई तो दूसरे दिन उसके खाते में 500 रुपए वापस आ गए। इसके बाद एक अंजान मोबाइल नंबर से फोन आया और ट्रोल-फ्री नंबरों पर दर्ज शिकायत का हवाला देते हुए उसने उसके खाता संबंधी जानकारी मांगी। इसके बाद उसके खाते से दो बार अलग-अलग ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर 75,751 रुपए निकाल लिए गए। जो कि, उसने अपनी बेटी की शादी के लिए जमा कर रखे थे। पीडि़त आरोप है कि ठगी पर बैंक अधिकारियों ने ऊपर हाथ कर लिए। जबकि बैंक वालों को ग्राहक के अकाउंट व उसके एटीएम के इंश्योरेंस की गारंटी देनी चाहिए। आरोप है कि वारदात में ट्रोल-फ्री नंबर वालों की मिलीभगत हो सकती है।
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