दोस्तों के साथ खाटू मेले में आए युवक का सुराग नहीं
खाटूश्यामजी. पुलिस के प्रति आमजन में विश्वास का नारा लेकर चलने वाली पुलिस खाटू मेले से लापता हुए युवक के परिजनों को गुमशुदगी के लिए चक्कर कटवा रही है। जबकि युवक के परिजनों का कहना है कि उसे लापता हुए आठ से दस दिन बीत चुके हैं। उसके साथ कोई अनहोनी घटना भी हो सकती है। लेकिन, पुलिस सहयोग करने के बजाय टरकाने में लगी है।
बडऩगर उज्जैन निवासी अनिल जाटवा ने बताया की उसका २२ वर्षीय बडा भाई दीपक पुत्र मोहन जाटव 15 मार्च को अपने दोस्तों के साथ खाटूश्यामजी दर्शन के लिए घर से निकला था। मेला समाप्त हो जाने के बाद भी जब दीपक घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसके दोस्तों से संपर्क किया। उन्होंने उसके गुम होने की जानकारी दी। इसके बाद उसकी तलाश करने के लिए परिजन यहां खाटूश्यामजी आ गए। आसपास के गांवो में तलाश करने के बाद भी जब उसका पता नहीं लगा तो पुलिस की मदद लेने थाने पहुंचे और उनको पूरा वाकिया बताया। परिजनों का आरोप है कि उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने को लेकर थाने के कई चक्कर काट चुके है मगर पुलिस ने यहां के बजाय उज्जैन में रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कहकर टरका दिया है। रिपोर्ट दर्ज नहीं करने से वे लोग भी परेशानी में आ गए हैं।
लापता युवक के परिजनों के अनुसार पुलिस की ओर से सहयोग नहीं मिलने पर उन्होंने अपने स्तर पर दीपक के पोस्टर छपवाए हैं। इन पोस्टरों को खाटू सहित उसके आस-पास के क्षेत्र में चस्पा करवाए हैं। ताकि उसका सुराग लग सके। सहयोग करने के लिए यहां के स्थानीय निवासियों से भी कहा
गया है।