हत्या के लिए आए थे बदमाश, पहले भी की रैकी
थानाधिकारी ने बताया कि पूछताछ में सामने आया कि अणतपुरा निवासी भरत यादव की हत्या के लिए लिसाडिय़ा निवासी राकेश यादव ने एआरजी गैंग के मुख्यिा अजय सिंह को 10 लाख रुपए में सुपारी थी। जिसके लिए गैंग ने मध्य प्रदेश से डेढ़ लाख रुपए में हथियार खरीदे थे। अजय सिंह ने ओम नम: शिवाय गैंग के मुख्य सरगना मनोज पांडे को भी शामिल कर लिया था। जिसके बाद अजय ने भरत की हत्या के लिए पांच बार रैकी भी की। लेकिन, वो सफल नहीं हो पाया। बुधवार को भी आरोपी भरत की हत्या के लिए ही लिसाडिय़ा पहुंचे थे। जिसकी मुखबिर से सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। जिसने जीप सवार सात बदमाशों को तो घेर कर दबोच लिया, लेकिन बाइक सवार आरोपी भागने में कामयाब हो गए। वहीं, पुलिस पर फायरिंग के दौरान घायल हुआ आरोपियों का साथी सुराणा मनोहरपुरा निवासी श्रीराम का जयपुर में उपचार चल रहा है। थानाधिकारी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ हत्या, लूट, चोरी व आम्र्स एक्ट के कई मुकदमे दर्ज हैं। आरोपियों से पूछताछ में बड़े खुलासे होने की संभावना है।
जीप की चाबी निकालते ही थानाधिकारी पर की फायरिंग
थानाधिकारी ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी हथियारबंद बदमाश लिसाडिय़ा व नांगल के बीच शराब पी रहे हैं। जो बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। इस पर पुलिस जाब्ते के साथ पहुंची तो आरोपी लिसाडिय़ा गांव में मिले। जिनकी जीप के सामने पुलिस ने अपनी गाड़ी लगा दी। थानाधिकारी ने उनकी जीप से चाबी निकालने की कोशिश की तो एक आरोपी ने उन पर देशी कट्टे से फायर कर दिया। झुकने पर थानाधिकारी तो बच गए, लेकिन गोली उनके ही साथी श्रीराम के हाथ पर जा लगी। इसी दौरान पुलिस ने चारों तरफ से घेर कर सभी आरोपियों को दबोच लिया।