सीकर

नीमकाथाना में 2 घंटे लगे इस जाम में तड़प-तड़प कर मर गए 2 जने

पिछले चार वर्ष से शहर में टै्रफिक पुलिस व्यवस्था नहीं होने से शहर में आए दिन लग रहे जाम में लोगों की मौतें होती जा रही है।

सीकरNov 03, 2016 / 01:15 pm

vishwanath saini

नीमकाथाना में आए दिन लगने वाले जाम ने आखिरकार बुधवार को दो व्यक्तियों की जान ले ली। शहर की हर रोड दो घंटे तक जाम से जूझती रही। इसके बावजूद यहां की जनता की कोई सुनने वाला नहीं है। पिछले चार वर्ष से शहर में टै्रफिक पुलिस व्यवस्था नहीं होने से शहर में आए दिन लग रहे जाम में लोगों की मौतें होती जा रही है।

पत्रिका टीम ने बुधवार को जाम में फंसे शहर के हालात जाने। कपिल मंडी में वाहन सड़क के बीचों बीच खड़े मिले, तो रामलीला मैदान में दुकानों के आगे बेतरतीब खड़े वाहनों से लोग जाम में फंस रहे थे। वहीं रेलवे फाटक पर ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य के चलते लोग जाम में फंसे हुए थे। खेतड़ी मोड़ चौराहे पर तो हालत ऐसे थे कि चालक मनमर्जी से अपने वाहनों को बिना नियम ही निकाल रहे थे।

इससे चारों रास्तों पर जाम की स्थिति हो रही थी। बुधवार दोपहर को करीब 2 घंटे शहर जाम से परेशान होता रहा। उस दो घंटों में टै्रफिक को खोलने के लिए पुलिस का एक भी जवान नहीं दिखा। वाहन चालक अपने आप ही वाहनों को आगे-पीछे कर आगे से आगे निकालते गए। अंत में कोतवाली थाना के चालक ने हिम्मत दिखाकर जाम को खुलवाया।

जनता भी नहीं है सजग

जाम के कारण लोगों की आए दिन हो रही मौत को देखते हुए शहर में पुलिस का तंत्र फेल होता नजर आ रहा है। लोग जहां देखो वहीं अपने वाहन सड़क पर खड़े कर चले जाते हैं। उनको टोकने वाला कोई नहीं होता है। शहर में जाम के कारण अगर कोई घटना हो जाए तो पुलिस दूसरे दिन शहर में टै्रफिक सुधारने के लिए दो जवानों को खड़ा कर देते है, लेकिन तीसरे दिन वही स्थिति हो जाती है।

इन दो मौतों का जिम्मेदार कौन

दोपहर में लगे जाम के कारण दो लोगों की हुई मौत का आखिर जिम्मदार कौन होगा। जानकारी अनुसार नापावाली ढाभाला निवासी ग्यारसी चौधरी (65) दोपहर को पेंशन लेने के लिए बैंक में आया था। जाम लगा होने से वह आगे नहीं जा सका और गश खाकर सड़क पर गिर गया। लोगों ने उसे गोद में उठा कर कपिल अस्पताल पहुंचाया तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

ऐसे ही ढाणी लालावाली निवासी हनुमान गुर्जर ऑटो में बैठक कर बाजार में खरीदारी करने आया था। जाम में फंसे ऑटो में ही उसकी तबीयत खराब हुई तो वह पैदल चलकर मेडिकल की दुकान पर आया वहां उसने दवाई मांगी। तबीयत ज्यादा खराब होने पर मेडिकल दुकान पर बैठे व्यक्ति ने उसे अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टर ने हनुमान गुर्जर को मृत घोषित कर दिया।

कोतवाली पुलिस के जवान दिन भर शहर की टै्रफिक व्यवस्था देखते रहते है। उच्च अधिकारियों को टे्रफिक पुलिस के लिए निवेदन कर रखा है।
कुशाल सिंह, पुलिस उपाधीक्षक, नीमकाथाना

Hindi News / Sikar / नीमकाथाना में 2 घंटे लगे इस जाम में तड़प-तड़प कर मर गए 2 जने

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.