छात्रा के बयानों पर टिकी जांच -जांच अधिकारी नीमकाथाना डीएसपी कुशाल सिंह ने बताया कि इस मामले में पुलिस की पूरी जांच अब छात्रा के बयानों पर टिकी है।
-छात्रा की तबीयत में सुधार होने के बाद पुलिस उसके बयान लेने जाएगी।
-आरोपित अध्यापक जगत सिंह गुर्जर ने पुलिस पूछताछ में कबूला है कि वह करीब पांच महीने से छात्रा से दुष्कर्म कर रहा था।
-इसकी जानकारी प्रबंधक जगदीश यादव को थी। जगदीश यादव ने पुलिस को बताया है कि उसने छात्रा के साथ दुष्र्कम नहीं किया था लेकिन मामले को दबाने के लिए उसने आरोपित शिक्षक का साथ दिया।
-छात्रा का गर्भपात भी प्रबंधक ने ही करवाया था। अगर उस वक्त प्रबंधक छात्रा के परिजनों व पुलिस को सही जानकारी देता तो मामले में तुरंत कार्रवाई हो सकती थी।
-पुलिस ने प्रबंधक को साक्ष्य मिटाने व सहयोग करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। लेकिन छात्रा के बयान सामने आने के बाद ही पूरी सच्चाई का पता चल पाएगा।
स्कूल पहुंची शिक्षा विभाग की टीम जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक द्वितीय दयाल सिंह के निर्देश पर हरदासकाबास की राजकीय सीनियर सैकण्डरी के प्रधानाचार्य गिरधारी लाल रैगर, झाड़ली की राआउमावि के प्रधानाचार्य गंगाराम मीणा, अध्यापक राजेन्द्र सिंह, मूलचन्द शर्मा की टीम जनता बाल विद्या मन्दिर हरदासकाबास पहुंची। जहंा उन्होंने जनता बाल विद्या मन्दिर के प्रधानाचार्य हरफूल यादव से पूछताछ कर रिकॉर्ड देखा।
रजिस्टर में लगा दी उपस्थिति -कक्षा 12वीं की उपस्थिति रजिस्टर मे पीडि़ता का 19 अगस्त के बाद से अनुपस्थित लगा रखा था।
-साथ ही स्कूल के बच्चों से पूछने पर बच्चों ने बताया की पीडिता छात्रा 4 सितम्बर को स्कूल आयी थी।
-इसके बाद बच्चो ने कुछ नहीं कहा। जांच दल को प्रधानाचार्य हरफूल यादव ने बताया की अतिरिक्त कक्षा चलने का मुझे कोई पता नही है।
-विभाग जिले में भी निजी स्कूलों के सम्बंध में पूरी जानकारी एकत्रित करवा रहा है।
-वहां शिक्षण कार्य करावा रहे अध्यापकों की शैक्षणिक योग्यता की जांच करवाएगा।
-साथ ही स्कूल के बच्चों से पूछने पर बच्चों ने बताया की पीडिता छात्रा 4 सितम्बर को स्कूल आयी थी।
-इसके बाद बच्चो ने कुछ नहीं कहा। जांच दल को प्रधानाचार्य हरफूल यादव ने बताया की अतिरिक्त कक्षा चलने का मुझे कोई पता नही है।
-विभाग जिले में भी निजी स्कूलों के सम्बंध में पूरी जानकारी एकत्रित करवा रहा है।
-वहां शिक्षण कार्य करावा रहे अध्यापकों की शैक्षणिक योग्यता की जांच करवाएगा।
बच्चों में भय…
छात्र-छात्राओं में भय व्याप्त है। कई छात्राओं ने तो स्कूल में आना ही बंद कर दिया है। इसके अलावा कई अभिभावक अपने बच्चों की टीसी कटवाने के लिए स्कूल में पहुंच रहे हैं।
छात्र-छात्राओं में भय व्याप्त है। कई छात्राओं ने तो स्कूल में आना ही बंद कर दिया है। इसके अलावा कई अभिभावक अपने बच्चों की टीसी कटवाने के लिए स्कूल में पहुंच रहे हैं।
ढाई लाख की सहायता दी
जिला विधिक सेवा प्राधिक्करण ने छात्रा के परिवार को ढाई लाख की आर्थिक सहायता दी है। उधर महिला आयोग की जिला समिति की मंजू लाटा, मंजू लोहिया, उर्मिला माहेश्वरी व संपत्ती मिश्रा ने अजीतगढ़ पहुंचकर मामले की जानकारी ली। महिला आयोग अध्यक्ष के निर्देश पर टीम ने छात्रा के घर पर जाकर पूछताछ की।
जिला विधिक सेवा प्राधिक्करण ने छात्रा के परिवार को ढाई लाख की आर्थिक सहायता दी है। उधर महिला आयोग की जिला समिति की मंजू लाटा, मंजू लोहिया, उर्मिला माहेश्वरी व संपत्ती मिश्रा ने अजीतगढ़ पहुंचकर मामले की जानकारी ली। महिला आयोग अध्यक्ष के निर्देश पर टीम ने छात्रा के घर पर जाकर पूछताछ की।
चिकित्सकों के खिलाफ जांच जारी
जांच अधिकारी डीएसपी कुशाल सिंह का कहना है कि जिन चिकित्सकों के खिलाफ रिपोर्ट दी गई है, उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। दोषी पाने पर कार्रवाई होगी।
जांच अधिकारी डीएसपी कुशाल सिंह का कहना है कि जिन चिकित्सकों के खिलाफ रिपोर्ट दी गई है, उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। दोषी पाने पर कार्रवाई होगी।
निजी शिक्षण संस्था संघ ने की निंदा
सीकर जिला निजी शिक्षण संस्था संघ ने आक्रोश जताया है। संघ के जिलाध्यक्ष जगन सिंह चाहर की अध्यक्षता में मंगलवार की शाम प्रिंस एकेडमी में आयोजित संघ की आपातकालीन बैठक में निंदा प्रस्ताव पारित किया। इसमें उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। बैठक में यूआईटी के चेयरमैन हरिराम रणवां, संघ के जिला महामंत्री व विद्या भारती स्कूल के निदेशक डॉ. बलवंत सिंह चिराणा, प्रिंस एज्युहब के निदेशक जोगेन्द्र सुण्डा, केशवानंद स्कूल के निदेशक रामनिवास ढाका आदि थे।
सीकर जिला निजी शिक्षण संस्था संघ ने आक्रोश जताया है। संघ के जिलाध्यक्ष जगन सिंह चाहर की अध्यक्षता में मंगलवार की शाम प्रिंस एकेडमी में आयोजित संघ की आपातकालीन बैठक में निंदा प्रस्ताव पारित किया। इसमें उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। बैठक में यूआईटी के चेयरमैन हरिराम रणवां, संघ के जिला महामंत्री व विद्या भारती स्कूल के निदेशक डॉ. बलवंत सिंह चिराणा, प्रिंस एज्युहब के निदेशक जोगेन्द्र सुण्डा, केशवानंद स्कूल के निदेशक रामनिवास ढाका आदि थे।