अनोखा अस्पताल… जहां इंजेक्शन लगने के बाद फिर से मिल जाती है सिरिंज!
सीकरPublished: Jan 17, 2020 05:12:37 pm
चौंकने की आवश्यकता नहीं है। सच जानने के लिए आपको सिर्फ तीन किलोमीटर का सफर करना होगा। सामने आ जाएगी हकीकत।
अनोखा अस्पताल… जहां इंजेक्शन लगने के बाद फिर से मिल जाती है सिरिंज!
सीकर. शायद ही ऐसा सुना होगा किसी ने। लेकिन सीकर जिला चिकित्सालय के लिए यह बात सच है। चिकित्सालय में मरीजों को लगने वाली सिरिंज शहर से कुछ दूर पर देखने को फिर से मिल सकती है। जबकि संक्रमण की चिंता करने वाला विभाग इसको वायोवेस्ट मानते हुए इसके विधिवत निस्तारण की दावा करता है।
यहां की नगर परिषद बड़े खतरे से अनजान बनी हुई है। कचरे की छंटाई तो दूर शहर का संक्रमित कचरा भी नानी बीड़ में डाला जा रहा है। ऐसे में कभी भी क्षेत्र के लोगों के लिए बड़ी परेशानी हो सकती है। पत्रिका टीम ने मौके पर जाकर देखा तो कचरे में अस्पतालों का कचरा भी डाला जा रहा था। कचरा उठाने वाले कर्मचारियों का कहना है कि कई अस्पताल सामान्य कचरे के साथ प्लास्टर, पट्टी व सिरिंज आदि भी डाल देते हैं। ऐसे में सामान्य कचरे के साथ ही उसे उठाकर यहां डाल दिया जाता है। यह समस्या पहले भी सामने आ चुकी है, लेकिन परिषद इसे लेकर गंभीर नहीं है।
ओटी का कचरा जाना चाहिए जयपुर
सीकर के अस्पतालों की स्थिति देखे तो ऑटी का गंभीर संक्रमित कचरा निस्तारण के लिए जयपुर जाता है। इसके लिए प्रतिदिन ठेकेदार कंपनी की जीप सीकर आती है। जीप ओटी का कचरा निस्तारण के लिए अस्पतालों से ले जाती है। लेकिन समान्य रूई-पट्टी व अन्य कचरा कई अस्पताल सामान्य कचरे के साथ फैं क देते हैं या फिर आसपास ही कहीं जला देते हैं।
यहां वर्षों से जूझ रहे लोग
जगमालपुरा रोड के लोग वर्षों से गंदे पानी के भराव की समस्या से जूझ रहे हैं। गंदा पानी बहकर आम रास्ते में एकत्र हो गया है। यह गंदा पानी आसपास के खाली प्लाटों में भी एकत्र हो रहा है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में यह समस्या कई वर्षों से है। नगर परिषद और जिम्मेदार अधिकारियों को कई बार समस्या से अवगत करवा दिया गया, लेकिन समस्या के समाधान के लिए कदम नहीं उठाया जा रहा है।