एक लाख के चेक ने खोला राज
कारगिल संघर्ष में शहीद होने वाले सैनिकों को पैकेज मिलने के बाद सरकार ने 1971 से पहले शहीद हुए सैनिकों के लिए 1 लाख रुपए दिए थे। उसी चेक को देने के लिए सैनिक कल्याण विभाग के जिला सैनिक अधिकारी कमांडर हीर सिंह, नीमकाथाना के सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल सुरेंद्र सिंह व तत्कालीन सैनिक कल्याण अधिकारी ग्रुप कैप्टन एसएस धोलिया ने पूरे मामले को मिशन मानकर काम किया। विभाग के सहायक अधिकारी जसवीर सिंह को शहीद वीरांगना का पता लगाने के लिए कहा गया। एक महीने के अथक प्रयास के बाद शहीद वीरांगना का पता लगा। शहीद वीरांगना से पूरे मामले की जानकारी मिलने पर उन्होंने तत्कालीन अधिकारी एस एस धोलिया को मामले की सूचना दी। शहीद वीरांगना को पेंशन दिलाने के प्रयास किए ओर नए साल में उसको पेंशन के लिए पीपीओ जारी कर दिया गया है।