देश के बाबाओं की जमात में शामिल बलात्कारी बाबा आसाराम व गुरमीत राम रहीम नाम तो ऐसे हैं, जिन्होंने साधु-संतों की साख पर कभी नहीं मिट पाने वाली कालिख पोत दी। लगे हाथ ही अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भी देश के 14 फर्जी बाबाओं की सूची ही जारी कर डाली।
इस बीच अपने कड़वे प्रवचनों के लिए प्रसिद्ध क्रांतिकारी संत तरुण सागर ने भी देश के बाबाओं पर सवाल उठाया है। तरुण सागर ने देश के हर तीसरे साधु को भ्रष्ट बताया है। राजस्थान के सीकर जिला मुख्यालय स्थित जैन भवन में शनिवार दोपहर 12 बजे प्रेसवार्ता में संवाददाताओं से बातचीत में तरुण सागर ने कहा कि उनका मानना है कि देशभर में जितने भी बाबा हैं, उनमें से हर तीसरा बाबा भ्रष्ट है। उनका आचरण सही नहीं है। अखाड़ा परिषद ने 14 बाबाओं की सूची जारी की है, जबकि संत तरुण सागर के मुताबिक देशभर में 14 ही नहीं बल्कि 1400 बाबा फर्जी हैं।
ऐसे बाबा आतंकवादी से कम नहीं…. क्रांतिकारी संत तरुण सागर इन दिनों सीकर में चातुर्मास कर रहे हैं। पिछले दिनों पंचकुला स्थित सीबीआई कोर्ट द्वारा गुरमीत राम रहीम को साध्वी से दुष्कर्म के मामले में सजा सुनाए और फिर बाबा के समर्थकों के हिंसक हो जाने पर भी संत तरुण सागर बयान दिया था। तब तरुण सागर ने कहा था कि ऐसे बाबा आतंकवादी से कम नहीं होते, जो लाखों श्रद्धालुओं की साथ से खिलवाड़ करते हैं।
न मैंं संत न कथावाचक, मैं तो जानवर हूं…
कभी श्रद्धालुओं के सामने खुद को भगवान की तरह पेश करने वाले इन फर्जी, ठोंगी और ब्लात्कारी बाबाओं को अपने कर्मों का फल यहीं पर भुगतना पड़ रहा है। इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि इसी साल 14 सितम्बर को जोधपुर कोर्ट में पेशी पर आसाराम ने मीडियाकर्मी के एक सवाल के जवाब में कहा था कि ‘न मैं संत न कथावाचक, मैं तो जानवर (Donkey) हूं…’
कभी श्रद्धालुओं के सामने खुद को भगवान की तरह पेश करने वाले इन फर्जी, ठोंगी और ब्लात्कारी बाबाओं को अपने कर्मों का फल यहीं पर भुगतना पड़ रहा है। इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि इसी साल 14 सितम्बर को जोधपुर कोर्ट में पेशी पर आसाराम ने मीडियाकर्मी के एक सवाल के जवाब में कहा था कि ‘न मैं संत न कथावाचक, मैं तो जानवर (Donkey) हूं…’