scriptदस दिन से नहीं मिल रहा पानी | Water not found for ten days | Patrika News

दस दिन से नहीं मिल रहा पानी

locationसीकरPublished: May 09, 2019 05:30:06 pm

Submitted by:

Gaurav kanthal

कहीं पानी की कमी तो कहीं अधिकरियों की लापरवाही के चलते श्रीमाधोपुर कस्बे के लोग पेयजल के लिए परेशान हैं। कस्बे का आधे से ज्यादा हिस्सा पानी के लिए परेशान हो रहा है। उधर दस दिन से जलदाय विभाग की लापरवाही के चलते पेयजल संकट है।

sikar

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श्रीमाधोपुर. कहीं पानी की कमी तो कहीं अधिकरियों की लापरवाही के चलते कस्बे के लोग पेयजल के लिए परेशान हैं। कस्बे का आधे से ज्यादा हिस्सा पानी के लिए परेशान हो रहा है। उधर दस दिन से जलदाय विभाग की लापरवाही के चलते पेयजल संकट है।
कस्बे में एक दिन छोडकऱ सप्लाई होती है। बुधवार को पानी नहीं आने पर विजय कॉलोनी के रामकिशोर कूलवाल व गोविन्द सैनी ने सहायक अभियंता को फोन बताया तो उन्होंने कहा कि कर्मचारी पानी खोलने गया है अभी पानी आ जाएगा। कर्मचारियों ने बताया कि नाथूसर से ही पानी नहीं आया जिससे टंकी में पानी नहीं चढ़ाया गया। कस्बे में काम चलाने लायक पानी है लेकिन जब अधिकारी खुद ही ध्यान नहीं देते तो कर्मचारी क्या काम करेंगे। गौरतलब है कि हाल ही श्रीमाधोपुर आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने भी विधायक दीपेन्द्र सिंह शेखावत ने कस्बे में पानी की समस्या रखी थी।
चला. ग्राम गुहाला में पेयजल संकट के चलते महिलाएं और लड़कियों को भरी दुपहरी में नदी क्षेत्र के हैंडपंप से पानी लाना पड़ रहा है। वर्तमान में जलदाय विभाग की दो पानी की टंकी बनी हुई है तथा दो ट्यूबवेल भी चालू है मगर संचालन सही से नहीं होने पर तीन दिन में एक बार पेयजल सप्लाई होती है। गांव के वार्ड चार से दस में हालात बहुत खराब है। यहां महिलाएं व बच्चे तेज दुपहरी हो या फि र देर रात में सिर पर पानी लाती मिल जाती है। महिलाओं ने बताया कि घरों में तीन दिन से एक बार पानी सप्लाई होता है इस कारण पीने के पानी को जुगाड़ करना पड़ता है।
अजीतगढ़ क्षेत्र में हैंडपंप खराब
अजीतगढ़. मई की गर्मी से लोगों के हलक को और सूखा दिया है। अजीतगढ़ समेत गांवों में पेयजल संकट से जूझ रहे लोगों ने अजीतगढ़ जलदाय विभाग से टैंकरों से पानी की सप्लाई की मांग की है। साथ ही खराब पड़े हैंडपंपों की मरम्मत कराई जाए। पशुओं को भी पीने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। क्षेत्र में 1200 हैंडपंप है जिनमें 400 हैंडपंप तो बेकार हो गए वहीं खराब पड़े 300 हैंडपंप ठीक हो जाए तो लोगों को राहत मिल सकती है। उाधर जिला परिषद सदस्य दशरथ सिंह पारोड़ा ने इस संबंध में विभाग के सहायक अभियंता से बात की जाएगी। कनिष्ठ अभियंता नूतन प्रकाश सैनी ने कहा कि गांवों व ढाणियों में सरकारी टैंकरों से सप्लाई जल्द कराई जाएगी। साथ ही खराब पड़े हैंडपंपों की भी जल्दी ही मरम्मत कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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