व्यथा ऐसी कि जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान…सात साल पहले बनी टंकी में आज तक नहीं भरा पानी
सीकरPublished: Jun 30, 2019 06:22:15 pm
शेखावाटी में पानी को लेकर परेशानी किसी से छिपी नहीं है। पानी की किल्लत के साथ-साथ जिम्मेदारों की अनदेखी भी लोगों की पीड़ा का कारण है।
व्यथा ऐसी कि आप भी हो जाएंगे हैरान…सात साल पहले बनी टंकी में आज तक नहीं भरा पानी
चला. सांसद आदर्श ग्राम के राजस्व गांव बागपतनगर मे जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की अनदेखी के कारण यहां स्थित पानी की टंकी करीब सात साल से सूखी पड़ी है। जिंसके कारण यहां की दर्जनों ढाणियों के लोगों को पीने के पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।
स्थानीय राजू बाजिया, अर्जूनलाल बाजिया आदि ने बताया कि सन 2011 में लाखों की लागत से पेयजल टंकी का निर्माण हुआ था तथा बाद ग्राम पंचायत ने भी इस टंकी से लाखों रुपए खर्च कर पाइप लाइन से जोड़ दिया। लेकिन इतना खर्च होने के बाद भी नतीजा सिफ र ही रहा।
यहां के लोगों को पीने के पानी के लिए या तो दूरदराज जाना पड़ता है या फि र टैंकर खरीदकर पीने के पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है। स्थानीय जागरूक लोगों ने पेयजल टंकी में पेयजल की आपूर्ति की मांग की है।
पांच साल से नहीं टपकी एक भी बूंद
अजीतगढ़. निकटवर्ती गांव गढ़टकनेत के वार्ड नंबर 15 स्थित बलाई मोहल्ले में पिछले 5 सालों से पानी की आपूर्ति नहीं हुई है। शुक्रवार को इस मोहल्ले के लोग व महिलाएं अजीतगढ़ जलदाय विभाग के सहायक अभियंता कार्यालय पहुंच कर कनिष्ठ अभियंता नूतन प्रकाश सैनी को खरी-खोटी सुनाई और पानी की समस्या हल करने की मांग रखी। बताया कि पिछले पांच साल से वे टैंकर से पानी खरीद काम चला रहे हैं। कनिष्ठ अभियंता ने आश्वासन दिया कि एक-दो दिन में समस्या का समाधान किए जाएंगे।
पंचायत जाकर मांगा अपना हक
शिश्यंू. ग्राम पंचायत कोछोर में पेयजल किल्लत झेल रहे ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। पंचायत समिति सदस्य विनोद मीणा एवं गिरधारी लाल शर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायत कोछोर में 15 दिन से जलदाय विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से ग्रामीण पानी के लिए जूझ रहे हंै। ठेकेदार से लेकर उच्चाधिकारियों तक ग्रामीणों ने बार-बार अवगत करवाया लेकिन कोई सुुनवाई नही हुई। मीरा देवी, रूकमणी देवी, महिलाओं में सरोज देवी, माया देवी ने बताया कि काफ ी दिनों से सुबह उठते ही पानी की तलाश में इधर-उधर भटकते रहते है। 15 दिन से एक बूंद भी घरों में नही आ रही है। जैसे ही प्रदर्शनकारी ग्राम पंचायत को ताला लगाने के लिए पहुंच रहे थे तो सरपंच को भनक लगते ही सरपंच मौके पर ही प्रदर्शनकारियों में जाकर शामिल हो गए और जलदाय विभाग के कर्मचारियों से मोबाइल पर वार्ता की। ग्रामीण समाजसेवी सीताराम भार्गव, मनोज मिश्रा, सांवरमल सैनी, अर्जुन लाल मीणा, नागरमल कुमावत, बनवारीलाल कुमावत, सांवरमल ठेकेदार, अमित वर्मा सहित सैकड़ो ग्रामीणों ने कहा सोमवार 10 बजे तक में गांव में पानी नही आएगा तो रोड़ जाम करेंगे। इसके जिम्मेदार खुद प्रशासनिक अधिकारी होगे। ग्राम पंचायत कोछोर एवं ग्राम पंचायत रेटा के लिए 2014 में 4 करोड़ 65 लाख की योजना स्वीकृत हुई थी। जिसमें ठेकेदार और जलदाय विभाग के कर्मचारियों ने मिलकर जीपापोती कर दी। लोहे की पाइप लाइन डालनी थी लेकिन कर्मचारियों ने प्लास्टिक की पाइप लाइन डाल दी जो आज जगह-जगह से पूरी पाइप लाइन क्षतिग्रस्त है।