ऐसा क्या हुआ कि नगर परिषद के खिलाफ हो गए शहर के विभिन्न संगठन
सीकरPublished: May 17, 2019 07:30:28 pm
कचरा संग्रहण योजना का चौतरफा विरोध, ज्ञापन देकर बताई अवैध वसूली
एसा क्या हुआ कि नगर परिषद के खिलाफ हो गए शहर के विभिन्न संगठन
सीकर. नगर परिषद की कचरा संग्रहण व्यवस्था का चौतरफा विरोध होने लगा है। शहर के विभिन्न राजनीतिक, व्यापारिक व सामाजिक संगठनों ने इसका विरोध किया है। इस मामले को लेकर माकपा, व्यापार महासंघ व शिवसेना सहित कई संगठनों की ओर से गुरुवार को विरोध प्रदर्शन कर कलक्टर, नगर परिषद सभापति व आयुक्त को ज्ञापन दिए गए।
इसमें स्कीम का अवैध वसूली करार देते हुए वापस नहीं लेने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है। जिला सीकर व्यापार महासंघ व शिवसेना की ओर से दिए गए ज्ञापन में लिखा है कि परिषद ने निजी कंपनी को ठेका देकर सार्वजनिक लूट की व्यवस्था को वैधानिक रूप देने का प्रयास किया है। इससे जनता की ओर से चुने गए प्रतिनिधि व व्यवस्था कठपुतली बन कर रह गए हैं। एक अप्रेल से शुरू हुई व्यवस्था प्रभावहीन साबित हुई है। इससे वार्डों व प्रमुख मार्गों पर कचरे के ढेर लगे हैं। इसलिए इस ठेका व्यवस्था को बंद कर नगर परिषद के ऑटो टीपर कचरा संग्रहण के लिए लगाए जाएं। बाजारों व वार्डों में सुबह के साथ रात को भी सफाई व्यवस्था की जाए। शहर की आबादी के हिसाब से सफाई कर्मचारियों की भर्ती की जाए। ज्ञापन देने वालों में अध्यक्ष चंद्रभान गोयल, महामंत्री प्रदीप पारीक, नटवर सीकरिया, लव कुमार, शिवसेना की सपना शर्मा, बबीता टेलर, किरण कुमावत, महावीर शर्मा, रामलखन कांवट, एक कदम मदद की ओर से शरीफ चौहान, सादिक बडग़ुर्जर, आसिफ, वसीम, आबिद आदि शामिल थे।
माकपा करेगी आंदोलन
माकपा की ओर से कचरा संग्रहण मामले में जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया गया। तहसील सचिव अब्दुल कयूम कुरेशी ने बताया कि जिला कलक्टर से इस चौथ वसूली को बंद करने की मांग की गई। उन्होंने कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है। प्रतिनिधिमंडल में बृजसुंदर जांगिड़, ओमप्रकाश, कयामुद्दीन भाटी, इम्तियाज बिसायती आदि शामिल थे।