ऐसा क्या हुआ कि तीर्थ स्थलों पर उमड़े लाखों लोग
निर्जला एकादशी पर रहा दान-पुण्य का जोर, तीर्थ स्थलों, मंदिरों में रही भीड़
ऐसा क्या हुआ कि तीर्थ स्थलों पर उमड़े लाखों लोग
सीकर. बर्ष की 12 एकादशियों में सबसे श्रेष्ठ निर्जला एकादशी पर गुरुवार को धर्मनगरी सीकर में आस्था और श्रद्धा की बयार बहती रही। व्रतियों ने मंदिरों में तो लोगों ने शहर में जगह-जगह फल और ज्यूस के भंडारे खोल दिए। इतना ही नहीं मंदिरों में भी भक्तों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई। कहीं पर आम तो कहीं पर गन्ने के रस से भक्तों की मनुहार की गई।
प्रख्यात लोहार्गल तीर्थ और खाटूश्यामजी में हजारों की भीड़
निर्जला एकादशी पर धर्मनगरी की आबोहवा बदली नजर आई। लोगों ने दिल से दान किया! पवित्रता से पूजा! और आस्था से आराधना! मुख्य गोपीनाथ मंदिर में सुबह से ही भक्तों के लिए आम के रस का भोग वितरित किया गया। इसके अलावा दूजोद गेट स्थित फतेह बालाजी मंदिर, कल्याण जी के मंदिर सहित अन्य मंदिरों में गर्मी को देखते हुए शीतल पेय पदार्थों की व्यवस्था की गई थी। शहर में भी 100 से अधिक जगहों पर धर्मपरायण लोगों ने शर्बत, शिकंजी, जूस, गन्ने का रस इत्यादि की व्यवस्था कर रखी थी।
लोहार्गल में रैला
शेखावाटी के प्रख्यात लोहार्गल तीर्थ स्थल पर अलसुबह तीन बजे से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। सुबह तक लाखों की संख्या में लोग कुंड में स्नान के लिए पहुंच गए। यह सिलसिला शाम तक बना रहा।
शर्बत पिलाया
निर्जला एकादशी के अवसर पर सुरजपोल गेट स्थित सब्जी मंडी व्यापारियों ने शर्बत पिलाने का कार्यक्रम रखा। वहीं लोहारू बस स्टैण्ड पर रामस्वरूप कुमावत की अगुवाई में शरबत पिलाया गया। रोडवेज बस स्टैण्ड के निकट नरेन्द्र पारीक की अगुवाई में सेवा कार्य किया गया।
परिंडे लगाए
भारत माता मंदिर योगशाला संगठन की ओर से निर्जला एकादशी के अवसर पर पक्षियों के लिए शहर के कई स्थानों पर परिंडे लगाए गए। संगठन के अध्यक्ष जगदीश सारड़ा ने बताया कि शहर की स्कूलों, कोर्ट परिसर, सुभाष चौक, मारू पार्क आदि स्थानों पर परिंडे लगाए गए हैं। रणवीर सिंह, डॉ. मीना शर्मा व डॉ. राजा राम आदि मौजूद रहे।
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