75 से ज्यादा बच्चों को शिक्षण, तीन बने सरकारी शिक्षक
निर्मला देवी के दिव्य ज्योति दृष्टिहीन स्कूल में हर उम्र व स्तर के नेत्रहीन बच्चों को निशुल्क शिक्षण दिया जा रहा है। बकौल निर्मला 2016 में शुरू हुए स्कूल में अब तक 75 से ज्यादा बच्चों को निशुल्क शिक्षण दिया जा चुका है। जिनमें से तीन बच्चे सरकारी शिक्षक बन चुके हैं। वहीं कई बीएसटीसी व बीएड सहित कई व्यवसायिक कोर्स भी कर रहे हैं। स्कूल में वर्तमान में 30 बच्चे पढ़ रहे हैं।
पेंशन व बेटी के वेतन से चल रहा स्कूल
निर्मला देवी के स्कूल में पति व दोनों बेटियों की अहम भूमिका है। डबल एमए बड़ी बेटी आशा जहां मां के साथ बच्चों को शिक्षण दे रही है। वहीं, दिल्ली में एसबीआई बैंक में ब्रांच मैनेजर छोटी बेटी रिंकू अपने वेतन से स्कूल संचालन में मदद कर रही है। करीब 70 हजार रुपए मासिक खर्च वाले स्कूल में बिजली विभाग से सेवानिवृत निर्मला के पति अजय शेखावत की पेंशन राशि का भी बड़ा सहयोग है।
परीक्षा व अन्य आयोजनों पर सहयोग
निर्मला देवी शहर में बाहर से आने वाले नेत्रहीनों की हर संभव मदद करती है। कोई नेत्रहीन परीक्षा या अन्य किसी वजह से भी शहर में आए तो उसके ठहरने से लेकर भोजन व परीक्षा केंद्र तक निशुल्क पहुंचाने की जिम्मेदारी वे अपने खर्च पर उठाती है।