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जाली अंकतालिकाओं से दाखिले का खेल बढ़ा तो आरसीआइ ने फिर शुरू की कॉमन परीक्षा

locationसीकरPublished: Jun 24, 2022 06:30:52 pm

Submitted by:

Ajay

विशेष शिक्षा के पाठ्यक्रमों में अब जाली अंकतालिकाओं का खेल नहीं चल सकेगा। भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआइ) ने अब डिप्लोमा लेवल के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए फिर से कॉमन परीक्षा कराने के प्रस्ताव को हरी झंडी दी है।

जाली अंकतालिकाओं से दाखिले का खेल बढ़ा तो आरसीआइ ने फिर शुरू की कॉमन परीक्षा

जाली अंकतालिकाओं से दाखिले का खेल बढ़ा तो आरसीआइ ने फिर शुरू की कॉमन परीक्षा

अजय शर्मा

सीकर. विशेष शिक्षा के पाठ्यक्रमों में अब जाली अंकतालिकाओं का खेल नहीं चल सकेगा। भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआइ) ने अब डिप्लोमा लेवल के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए फिर से कॉमन परीक्षा कराने के प्रस्ताव को हरी झंडी दी है। देशभर के विशेष महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए होने वाली कॉमन एप्टीट्यूट टेस्ट के लिए आवेदन प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो चुकी है। परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थी 25 जुलाई तक आवेदन कर सकेंगे। देशभर में ऑनलाइन परीक्षा 30 व 31 जुलाई को होनी है। राजस्थान में इस परीक्षा के लिए सात से अधिक शहरों में सेंटर मिलने की संभावना है। सूत्रों की मानें तो प्रदेशभर से इस बार दाखिले के लिए 30 हजार से अधिक आवेदन जमा होने की आस है। खास बात यह है कि बीएड सहित अन्य डिग्री पाठ्यक्रमों में इस बार भी कॉलेज स्तर पर सीधे दाखिले होंगे। लेकिन अगले साल से इन पाठ्यक्रमों को भी परीक्षा के दायरे में लाने की तैयारी है। आरसीआइ की ओर से कॉमन परीक्षा को लेकर इसी सप्ताह में सिलेबस जारी होने की उम्मीद है।

पहले ऐसे हुआ था फर्जीवाड़ा, अब कैसे राहत

कक्षा बारहवीं के अंकों के आधार पर दाखिला देने की प्रक्रिया के दौरान कई फर्जीवाड़ा सामने आए थे। इसमें सामने आया कि कई अभ्यर्थियों ने 12 वीं की अंकतालिका में अंकों में हेरफेर कर आवेदन कर दिए थे। इसके बाद फार्जीवाड़ा सामने आने पर मूल अंकतालिकाओं से मिलान किया तो फर्जीवाड़ा सामने आ गया। लेकिन नई प्रक्रिया से इस तरह के फर्जीवाड़ा पर पूरी तरह रोक लग सकेगी।

दो बार बदली प्रवेश नीति, अब नया बदलाव

कोरोना की वजह से पिछले दो साल से अखिल भारतीय स्तर की प्रवेश परीक्षा नहीं हो रही है। ऐसे में कक्षा बारहवीं के अंकों के आधार पर देशभर के अभ्यर्थियों की मेरिट सूची तैयार की जा रही है। पिछली बार विद्यार्थियों के प्रमोट होने की वजह से 100-100 फीसदी अंक भी आए है। ऐसे में परिषद को दो बार प्रवेश नीति भी बदलनी पड़ी थी। फर्जीवाड़ा बढ़ने पर जिला स्तरीय समति को कार्रवाई के अधिकार भी दिए गए थे।

लगातार भर्तियों से क्रेज, लेकिन चुनौती भी

प्रदेश में लगातार भर्तियों की वजह विशेष शिक्षा पाठ्यक्रमों के प्रति युवाओं में क्रेज बढ़ा है। देशभर में इन पाठ्यक्रमों को का सबसे ज्यादा क्रेज राजस्थान के अलावा हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पंजाब, दिल्ली व मध्यप्रदेश के यूथ में है। प्रदेश में प्रथम श्रेणी व्याख्याता, कॉलेज शिक्षा और द्वितीय श्रेणी अध्यापक के लिए भी नई भर्ती की वजह से भी युवाओं में क्रेज है। लेकिन चुनौती यह है कि देशभर में लगातार नए कॉलेज खुलने से इन पाठ्यक्रमों में भी बेरोजगारी की रफ्तार बढ़ रही है।


प्रवेश प्रक्रिया का कलैण्डर

ऑनलाइन आवदेन: 22 जून से

कब तक आवेदन: 25 जुलाई

ऑनलाइन परीक्षा: 30 व 31 जुलाई

परिणाम जारी: 5 अगस्त 2022

काउंसलिग: 10 से 20 अगस्त

चयनितों की सूची जारी: 24 अगस्त

कक्षाएं शुरू होगी: 29 अगस्त


एक्सपर्ट व्यू: प्रवेश में बढ़ेगी पारदर्शिता

भारतीय पुनर्वास परिषद ने डिप्लोमा लेवल के पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए अखिल भारतीय स्तर की परीक्षा का फॉर्मूला तय किया है। इससे दाखिले की प्रक्रिया में और पारदर्शिता बढ़ सकेगी। कोरोना की वजह से परीक्षा को स्थगित कर 12वीं के अंकों के आधार पर प्रवेश देने का फॉर्मूला तय किया था।

-धर्मेन्द्र शर्मा, एक्सपर्ट, सीकर

When the game of fake marksheets increased, then RCI started the common examination again.

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