जानकारी के मुताबिक कटराथल गांव का बनवारी लाल फगेडिय़ा रविवार दोपहर में टंकी पर चढ़ गया। उसने कहा कि झुंझुनूं पुलिस उसके बेटों को अवैध हिरासत में रख रही है। उन्हें तुरंत छुड़वाया जाए। सूचना पर दादिया पुलिस व सीओ ग्रामीण रघुनाथ प्रसाद मौके पर पहुंचे। कुछ ही देर में गांव के भी काफी लोग बनवारीलाल के समर्थन में आ गए। वह जहरीले पदार्थ की बोतल लेकर टंकी पर चढ़ा था और बार बार मरने की धमकी दे रहा था। ग्रामीणों ने भी पुलिस से मांग की कि उसके बेटों को छोड़ा जाए। ग्रामीणों व पुलिस अधिकारियों के बीच कई बार वार्ता हुई। आखिर में वह टंकी से उतर गया।
पुलिस पर किया हमला
पुलिस के मुताबिक 18 अगस्त बनवारी लाल व उसका एक साथी तस्करी की शराब लेकर आ रहे थे। मलसीसर पुलिस ने सूचना पर नाकाबंदी करी तो ले लोग नाकाबंदी तोडकऱ भाग निकले। इसके बाद वहां से मंड्रेला की तरफ भागे और वहां थाने की गाड़ी को टक्कर मार पुलिस पर हमला किया। इसके बाद पुलिस ने गाड़ी को तो जब्त कर लिया लेकिन बनवारी लाल व उसका साथी भाग निकले। झुंझुनूं के मंडे्रला व मलसीसर थाने में दो मुकदमें इसके खिलाफ दर्ज हुए थे।
इनकी जांच झुंझुनूं सदर थानाधिकारी कर रहे हैं। पुलिस को काफी दिन से बनवारी लाल की तलाश थी। रविवार को टंकी से उतरते ही दादिया पुलिस ने उसको हिरासत में लेकर झुंझुनूं पुलिस को सौंप दिया। झुंझुनूं सदर थानाधिकारी शंकर छाबा का कहना है कि बनवारी लाल के बेटों को सिर्फ पूछताछ के लिए लेकर आए थे। बाद में वापस छोड़ दिया।