श्रवण कुमार ने बताया कि मामले की सूचना जैसे ही ग्रामीणों को चली तो उन्होंने संबंधित ठेकेदार से परिवार को डेढ़ लाख की आर्थिक मदद भी दिलवाई और गांव में युवाओं की ओर से चलाए जा रहे मदद ग्रुप ने करीब तीन लाख की आर्थिक मदद इस परिवार को की है।
शराब के नशे में हुई पीटने की घटना राधेश्याम पानी की टंकी बनाने का काम करता था। जनवरी में जयपुर का ठेकेदार सोहनलाल नासिक में टंकी बनाने के काम के लिए राधेश्याम को लेकर गए थे। वहां राधेश्याम की मुलाकात जयपुर के फुलेरा तहसील के गांव भैसवा निवासी सीताराम, पंकज मेहरा और गणेशराम से हुई। तीनों भी मजदूरी करते हैं। राधेश्याम तीनों के साथ नासिक के गांव घोड़ीपाड़ा चला गया। चारों जने एक तिरपाल की झोपड़ी में एक साथ रह रहे थे। 12 मार्च को नासिक निवासी एक ठेकेदार की बेटी की शादी थी। चारों मजदूर शादी में गए थे। पंकज, गणेशराम और सीताराम खाना खाकर झोपड़ी में सो गए तथा राधेश्याम ने थोड़ी देर में आने को कहा था। शादी में डीजे चल रहा था। डीजे बजाने वालों के साथ राधेश्याम का किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। शराब के नशे में डीजे वालों ने डंडों से पीटकर राधेश्याम की हत्या कर दी और शव जंगल में फेंक दिया। इसके बाद अगले दिन तीनों साथियों ने राधेश्याम की तलाश की तो जवाहर रोड के किनारे घोड़ीपाड़ा में उसका शव मिला। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसने हत्या करना भी कबूल किया है। नासिक जिले के एसपी ने प्रेस वार्ता कर मर्डर का खुलासा किया था।