पिंक सिटी तो सुनी होगी अब आप पिंक विलेज भी जान लीजिए
You must have heard Pink City, now you also know Pink Village
विक्रम संवत 1111 में बसंत पंचमी के दिन 966 वर्ष पूर्व स्थापित यह गांव आजकल पिंक विलेज के नाम से विख्यात हो रहा है।

You must have heard Pink City, now you also know Pink Village
-सामी गांव ने मनाया अपना 967वां स्थापना दिवस
-यहां के वीर योद्धाओं ने लिया था द्वितीय विश्वयुद्ध में भाग
-विक्रम संवत 1111 में बसंत पंचमी के दिन हुई थी स्थापना
सीकर. गुलाबी नगरी(pink city) के नाम से हैरिटेज सिटी जयपुर(jaipur) विश्व विख्यात है। लेकिन राजस्थान (Rajasthan news)में ही अब पिंक विलेज के नाम से चर्चा में आने वाला सीकर (sikar) का गांव सामी अपना 967वां स्थापना दिवस बना रहा है। ऐतिहासिक महत्व वाले सीकर के लोसल कस्बे के इस गांव के बारे में हालांकि देश-विदेश में इतना नहीं जाना जाता है लेकिन इन दिनों ये गांव विशेष आकर्षण का केन्द्र बन रहा है।
गुलाबी होगा गांव
गांव में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए गांव को गुलाबी रंग में रंगा जा रहा है तथा पिंक विलेज ऑफ राजस्थान के नाम से विश्व विख्यात करने के लिए पूरे गांव को एक ही रंग में रंगा जा रहा है, ताकि इसे विश्व स्तर पर एक नई पहचान दिलाई जा सके। इसके लिए ग्रामीण समेत कई संगठन भी काम कर रहे हैं।
बसंत पंचमी के दिन बसा था गांव
सरपंच सुरेन्द्र सिंह सामी ने बताया कि गांव को विक्रम संवत 1111 में बसंत पंचमी के दिन रणवा जाटों के वंशज पूर्वज सहजराव जी ने बसाया था। कालांतर में गोड़ राजपुतों व परशुराम जी के शेखावतों व गिरधर जी के शेखावतों ने यहां अपना साम्राज्य विस्तार किया। सामी गांव का ऐतिहासिक महत्व यह है कि हिंदुस्तान के सभी राज्यों में बसे सभी 5 लाख से अधिक रणवा जाटों की उत्पत्ति सामी गांव से ही हुई है।
द्वितीय विश्वयुद्ध मेें भी लिया गया गांव का नाम
गांव के भूतपूर्व सैनिकों का द्वितीय विश्वयुद्ध में भी बड़ा योगदान रहा है। वर्तमान में भी सामी के युवा भारतीय सेनाओं में सेवा दे रहे हैं। विदेशों में घुड़सवारी, व्यवसाय जैसे क्षेत्रों में गांव के युवा नाम रोशन कर रहे हैं।
गांववासियों ने काटा केट
ग्राम सामी में मंगलवार को गांव का 967 वां स्थापना दिवस हर्सोल्लास के साथ मनाया गया। ग्रामवासियों ने केक काटकर ग्रामवासियों को एक दूसरे को शुभकामनाएं दीं। गांव में लाइब्रेरी, कंप्यूटर कक्ष, सिलाई केंद्र व पूरे गांव को वाईफाई से जोडऩे के लिए कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया गया।
महिंद्रा ग्रुप ने लिया हाथों में
महिंद्रा ग्रुप के नांदी फाउंडेशन की तरफ से 50 लाख की लागत से गांव में एक सोलर फिल्टर वाटर प्लांट लगाने की घोषणा की गई। वहीं धोद विधायक के प्रतिनिधि हेश मोरदिया ने गांव में करोड़ों रुपए की लागत से जल परियोजना व जाचास से सेशम को जोडऩे वाली सडक़ के निर्माण की घोषणा की।
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