प्रतियोगी परीक्षाओं की कर रहा था तैयारी
मृतक अजय कुमार प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। इसके लिए वह कोचिंग भी ले रहा था। इसी बीच वह कुछ दिनों के लिए बुआ के घर आया था। जहां बिजली लाइन ने उसकी जान ले ली।
बिजली निगम की लापरवाही
मकान मालिक व मृतक के फूफा हरिप्रसाद ने बताया कि वह छत के बिल्कुल पास से गुजरती 11 हजार केवी लाइन से लंबे समय से परेशान है। हादसे की आशंका से वह कई बार बिजली विभाग से भी बिजली लाइन हटाने की मांग कर चुके हैं। लेकिन, विभाग के अधिकारियों ने सुनवाई नहीं की। जिसकी वजह से ही अजय हादसे का शिकार हो गया। उन्होंने बिजली लाइन को तुरंत हटाने की मांग की है।
होली पर भी हुआ था हादसा
इससे पहले सीकर जिले के श्रीमाधोपुर कस्बे के लिसाडिय़ा गांव में भी मार्च में होली के दिन सफाई करते समय हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से पिता- पुत्र झुलस गए थे। जिसमें पिता की मौके पर ही मौत हो गई थी। यहां 25 वर्षीय वीरेंद्र वर्मा पिता ओमप्रकाश वर्मा के साथ छत पर सफाई के काम में जुटा था। नाले की सफाई के लिए वीरेन्द्र ने हाथ में सरिया ले रखा था। यही सरिया छत के ऊपर से गुजरती 11 हजार केवी की लाइन को छू गया। जिससे वह करंट की चपेट में आ गया। बेटे को झुलसता देख पिता ओमप्रकाश वर्मा ने उसे बचाने की कोशिश की। जिससे वह खुद भी करंट से झुलस गया था। घटना के बाद दोनों पिता- पुत्र को अजीतगढ़ के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने पिता ओमप्रकाश को मृत घोषित कर दिया। जबकि बेटे वीरेन्द्र को गंभीर हालत होने पर जयपुर रैफर किया गया था।