बिजली विभाग में नहीं उठ रहा था फोन
शनिवार शाम पांच बजे गोरबी बाजार व आबादी क्षेत्र की बिजली कट गई। इसके साथ ही ग्रामीणों की परेशानी शुरु हो गई। सूर्यास्त के बाद भी बिजली बहाल नहीं हुई तो लोग चिंतित हो गए। उमस व गर्मी बालकोंं व वृद्धजनों के लिए असहनीय हो गई तथा बिजली गुल होने के कारण रात को घरों मेें रसोई का कामकाज भी प्रभावित हुआ। रात को भी बिजली बहाल नहीं होने के कारण नींद नहीं आने से महिलाएं, बच्चे व वृद्धजन गर्मी से त्रस्त हो गए और अधिकतर लोगों को गर्मी से राहत के लिए रात जागकर बितानी पड़ी। उमस व गर्मी से परेशान लोगों को घर के आसपास खुले में भी चैन नहीं मिल पाया।
शनिवार शाम पांच बजे गोरबी बाजार व आबादी क्षेत्र की बिजली कट गई। इसके साथ ही ग्रामीणों की परेशानी शुरु हो गई। सूर्यास्त के बाद भी बिजली बहाल नहीं हुई तो लोग चिंतित हो गए। उमस व गर्मी बालकोंं व वृद्धजनों के लिए असहनीय हो गई तथा बिजली गुल होने के कारण रात को घरों मेें रसोई का कामकाज भी प्रभावित हुआ। रात को भी बिजली बहाल नहीं होने के कारण नींद नहीं आने से महिलाएं, बच्चे व वृद्धजन गर्मी से त्रस्त हो गए और अधिकतर लोगों को गर्मी से राहत के लिए रात जागकर बितानी पड़ी। उमस व गर्मी से परेशान लोगों को घर के आसपास खुले में भी चैन नहीं मिल पाया।
सुबह तक लोगों को नहीं मिली राहत
बिजली की यह अव्यवस्था पूरी रात रही तथा रविवार सुबह भी लोगों को राहत नहीं मिली। बिजली नहीं होने के कारण वहां लोगों की रविवार की सुबह छुट्टी का आनंद गायब रहा। पहले रात को व सुबह मोटर आदि नहीं चलने के कारण काफी घरों में पानी का संकट हो गया और इसके चलते सुबह की दिनचर्या प्रभावित रही। इस प्रकार पूरी रात के बाद रविवार की सुबह भी गोरबी के ग्रामीणों को बिजली कटौती की मार झेलनी पड़ी। वहां सुबह लगभग ११ बजे बिजली बहाल हुई। इसके बाद लोगों को राहत मिली। ग्रामीण देवीसहाय, लाल बहादुर व अन्य की शिकायत है कि बिजली बहाल होने के संबंध में जानकारी चाहने के लिए रात को व सुबह कई बार अपने क्षेत्र के बिजली एई व अन्य अधिकारियों से संपर्क का प्रयास किया मगर सबके फोन बंद मिले। इसलिए बिजली कटौती को लेकर उनको कोई जानकारी नहीं मिल सकी।
बिजली की यह अव्यवस्था पूरी रात रही तथा रविवार सुबह भी लोगों को राहत नहीं मिली। बिजली नहीं होने के कारण वहां लोगों की रविवार की सुबह छुट्टी का आनंद गायब रहा। पहले रात को व सुबह मोटर आदि नहीं चलने के कारण काफी घरों में पानी का संकट हो गया और इसके चलते सुबह की दिनचर्या प्रभावित रही। इस प्रकार पूरी रात के बाद रविवार की सुबह भी गोरबी के ग्रामीणों को बिजली कटौती की मार झेलनी पड़ी। वहां सुबह लगभग ११ बजे बिजली बहाल हुई। इसके बाद लोगों को राहत मिली। ग्रामीण देवीसहाय, लाल बहादुर व अन्य की शिकायत है कि बिजली बहाल होने के संबंध में जानकारी चाहने के लिए रात को व सुबह कई बार अपने क्षेत्र के बिजली एई व अन्य अधिकारियों से संपर्क का प्रयास किया मगर सबके फोन बंद मिले। इसलिए बिजली कटौती को लेकर उनको कोई जानकारी नहीं मिल सकी।
हर सप्ताह की समस्या
गोरबी के ग्रामीणों की शिकायत है कि गर्मी के इस सीजन में बिजली को लेकर ऐसी स्थिति हर सप्ताह में दो-तीन दिन होती है। वहां दिन व रात में कई बार कुछ समय के लिए तथा कई बार घंटों तक बिजली ठप रहती है। इससे भीषण गर्मी में परेशानी होती है। शिकायत है कि इस संबंध में जानकारी के लिए संपर्क का प्रयास करने पर अधिकतर समय स्थानीय एई का फोन बंद मिलता है। इस प्रकार शिकायत है कि अधिकारी ग्रामीणों की समस्या सुनते ही नहीं जबकि समस्या का निराकरण दूर की बात है। एक तरफ जिले के ग्रामीण क्षेत्र में ऐसी हालत है जबकि सरकार बिजली की सुचारू आपूर्ति को अपनी पहली प्राथमिकता बताती है।
गोरबी के ग्रामीणों की शिकायत है कि गर्मी के इस सीजन में बिजली को लेकर ऐसी स्थिति हर सप्ताह में दो-तीन दिन होती है। वहां दिन व रात में कई बार कुछ समय के लिए तथा कई बार घंटों तक बिजली ठप रहती है। इससे भीषण गर्मी में परेशानी होती है। शिकायत है कि इस संबंध में जानकारी के लिए संपर्क का प्रयास करने पर अधिकतर समय स्थानीय एई का फोन बंद मिलता है। इस प्रकार शिकायत है कि अधिकारी ग्रामीणों की समस्या सुनते ही नहीं जबकि समस्या का निराकरण दूर की बात है। एक तरफ जिले के ग्रामीण क्षेत्र में ऐसी हालत है जबकि सरकार बिजली की सुचारू आपूर्ति को अपनी पहली प्राथमिकता बताती है।