सिंगरौली। हजार व पांच सौ के नोट बंद हो जाने के बाद धनकुबेरों में खलबली मची हुई है। अलग-अलग राज्यों में सुनने को मिला कि कहीं रेलवे स्टेशन पर तो कहीं नदियों में लोग काले धन को बहा रहे हैं। 1000 व 500 सौ के नोटों को बंद किए लगभग एक महीना बीतने को है, लेकिन सिंगरौली में ब्लैकमनी का राज नहीं खुला।
इससे यह नहीं कि सिंगरौली में धनकुबेर नहीं है। बल्कि यहां के धनकुबेरों की ब्लैकमनी का पता नहीं चल रहा है कि कहां छुपाकर रखे हैं। फिलहाल वह ब्लैकमनी तो किसी काम का नहीं रह गया, लेकिन इससे यहां के धनकुबेरों को लोग प्रत्यक्ष रूप से नहीं जान पा रहे हैं। जिससे बचने के लिए धनकुबेर ब्लैकमनी का राज नहीं खोल रहे हैं।
नहीं हुई अभी तक एक भी कार्रवाई
बता दें कि जिलेभर के लगभग पचहत्तर बैंक की शाखाओं में अभी तक में पुराने नोटों को लगभग दो सौ करोड़ जमा कराया गया है। वहीं डाकघरों में लगभग साठ करोड़ रुपए पुराने नोट जमा हुए हैं। इससे यह पता चल रहा है कि अभी सिंगरौली के धनकुबरों ने बैंक में पुराने नोटों को जमा करने के लिए नहीं पहुंचे हैं। धनकुबेर सकते में हैं कि बैंक में जाने पर कहीं ब्लैकमनी का पता न चल जाए नहीं तो कार्रवाई हो सकती है। इससे सहमें हुए है, इसलिए सिंगरौली में ब्लैकमनी का पता अभी तक नहीं चला है, जबकि यहां भी धनकुबेर ब्लैकमनी को छिपाकर रखे हैं।
डाकघरों में अधिक जमा हुए
वैसे तो बैंको में पुराने नोट अधिक जमा होना चाहिए, लेकिन बचने के लिए धनकुबेर अभी तक बैंको में नहीं पहुंच रहे हैं, जिससे जिलेभर की 74 बैंक की शाखाओं में अभी तक लगभग ढाई सौ करोड़ रुपए जमा हुए, जबकि बैंको की अपेक्षा जिलेभर के डाकघरों में पुराने नोट जमा हो रहे हैं। बतादें कि जिले में कुल 10 उप डाकघर है। सभी डाकघरों में अभी तक में लगभग साठ करोड़ रुपए पुराने नोट जमा हुए हैं। इससे यह साबित हो रहा है कि ब्लैकमनी को छिपाकर रखने वाले धनकुबेर अभी भी पुराने नोट लेकर चक्कर काट रहे हैं।
सहकारी बैंक में खपाए कालाधन
सूत्र बताते हैं कि सहकारी बैंक प्रबंधक के सह पर जिले के धनकुबेरों ने सहकारी बैंक में ब्लैकमनी को खपा दिए। इस दौरान बैंक में करोड़ों की राशि जमा हुई है। जबकि सहकारी बैंको में हजार व पांच सौ के पुराने नोटो को जमा नहीं कराना था, लेकिन सहकारी बैंक प्रबंधक की मिलीभगत से सिंगरौली के धनकुबेरों की ब्लैकमनी कमीशन के चलते बैंक में जमा करा लिया। सहकारी बैंको के रिकार्ड सर्वर से नहीं जुड़े हैं। जिसका फायदा धनकुबेरों ने उठाया है।
फैक्ट
जिले में कुल बैंक की शाखाएं – 74
बैंको में जमा हुए पुराने नोट – 250 करोड़
जिले में उप डाकघर – 10
उप डाकघरों जमा हुए पुराने नोट – 60 करोड़
नोट: डाकघरों व जिले के बैंकों से मिले आंकड़े