बता दें कि कंटेन्मेंट जोन रमडिहा व ठठरा में कोरोना संक्रमित मरीजो की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। हालांकि प्रशासनिक स्तर पर इस इलाके में सतर्कता बरतने के दावे किए जा रहे हैं। बावजूद इसके संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा। नतीजा यह है कि संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने से चार और लोग संक्रमित हो गए हैं। इसके बाद से सैंपलिंग तेज कर दी गई है।
यहां यह भी बता दें कि ठठरा और रमडिहा ऐसे गांव हैं जहां मुंबई और गुजरात से आने वालों की तादाद ज्यादा है। इनके संपर्क में आने से अन्य लोग भी संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। संक्रमित लोगों को ठठरा पंचायत भवन में आइसोलेट किया जा रहा है। यहां अब तक 10 लोगों को आइसोलेट किया जा चुका है। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार इन लोगों पर निगरानी रखे है।
दरअसल ये वही ठठरा गांव है जहां के लोगों ने शुरू में ही पंचायत भवन में आइसोलेशन सेंटर बनाने का विरोध किया था। उनका कहना था कि गांव की घनी बस्ती के बीच आइसोलेशन सेंटर होने से गांव में संक्रमण तेज हो सकता है। लेकिन जिला प्रशासन ने उनकी एक न सुनी और यह कह कर शहर के आइसोलेशन सेंटर नहीं ले गए कि दूर ले जाने से संक्रमण फैलेगा। नतीजा सामने है कि गांव में ग्रामीणों की आशंका सच साबित होती दिखने लगी है।