चितरंगी एसडीएम नीलेश शर्मा के मुताबिक झरकटा चेक पोस्ट पर तैनात टीम ने यूपी से धान लेकर आ रहे वाहन क्रमांक यूपी 64 टी 7598 और वाहन क्रमांक यूपी 64 एटी 8472 पर वाहन चालन रविनाथ सिंह पिता हीरा सिंह व भाइया लाल साहू पिता जयराम साहू दोनो निवासी दरबारी चितरंगी को पकड़ा गया। टीम ने दोनों वाहनों में २०-२० क्विंटल धान लोड बताया है। मिली जानकारी के मुताबिक दोनों वाहनों से धान यहां खरीदी केंद्रों में बेचने के लिए लाई जा रही थी। फिलहाल धान को जब्त कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
गौरतलब है कि व्यापारी उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ व झारखंड के सीमावर्ती इलाकों से सस्ते दर पर धान खरीद कर यहां लाते हैं और खरीदी केंद्र पर समर्थन मूल्य में धान बेचते हैं। इससे थोड़ी मेहनत में व्यापारी अच्छी खासी आमदनी प्राप्त कर लेते हैं। अधिक मुनाफा पाने के लिए व्यापारी इस तरह का अवैध कारोबार करते हैं। कलेक्टर की ओर से इस अवैध कारोबार पर रोक लगाने का निर्देश दिया है और प्रत्येक चेकपोस्ट पर राजस्व सहित कई अन्य विभागों के अधिकारियों की टीम लगा रखा है।
प्रति क्विंटल 600 रुपए का होता है मुनाफा
अधिकारियों के मुताबिक व्यापारी पड़ोसी राज्यों से अधिकतम 1200 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदते हैं और उसे यहां खरीदी केंद्र पर समर्थन मूल्य में 1868 रुपए में बेचकर प्रति क्विंटल कम से कम 600 रुपए का मुनाफा कमाते हैं। यह मुनाफा कमाने के लिए व्यापारी नियम-कायदों को तोडऩे से भी गुरेज नहीं करते हैं।
अधिकारियों के मुताबिक व्यापारी पड़ोसी राज्यों से अधिकतम 1200 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदते हैं और उसे यहां खरीदी केंद्र पर समर्थन मूल्य में 1868 रुपए में बेचकर प्रति क्विंटल कम से कम 600 रुपए का मुनाफा कमाते हैं। यह मुनाफा कमाने के लिए व्यापारी नियम-कायदों को तोडऩे से भी गुरेज नहीं करते हैं।
सभी केंद्रों पर शुरू हो गई है धान खरीदी
इधर, अधिकारियों के मुताबिक जिले के सभी 44 केंद्रों पर धान की खरीदी शुरू हो गई है। अभी तक छह हजार मैट्रिक टन धान की खरीदी हो गई है। यह बात और है कि इसके अलावा किसान दूसरी फसल बेचने के लिए नहीं पहुंचे हैं। गौरतलब है कि अब की बार 12 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इधर, अधिकारियों के मुताबिक जिले के सभी 44 केंद्रों पर धान की खरीदी शुरू हो गई है। अभी तक छह हजार मैट्रिक टन धान की खरीदी हो गई है। यह बात और है कि इसके अलावा किसान दूसरी फसल बेचने के लिए नहीं पहुंचे हैं। गौरतलब है कि अब की बार 12 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।