शिकायत है कि वहां तेंदूपत्ता खरीद करने वाली समिति से काफी श्रमिकों को तो उनकी मजदूरी का भुगतान कर दिया गया है मगर अब भी बड़ी संख्या में श्रमिकों को मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। बताया गया कि मजदूरी से वंचित श्रमिकों में काफी संख्या में निर्धन परिवारों की महिलाएं भी शामिल हैं। इस प्रकार माड़ा तहसील अंतर्गत बंधोरा व नगवा गांवों के तेंदूपत्ता श्रमिक मजदूरी नहीं मिलने के चलते आर्थिक संकट का शिकार है।
बताया गया कि करीब एक माह पहले सीजन मंें दोनों गांवों के श्रमिकों ने कड़ी मेहनत से तेंदूपत्ता का संग्रह किया तथा इसे गांव की समिति को बेचा। इसके बाद ये श्रमिक जल्द मजदूरी हाथ में आने की आस कर रहे थे मगर पूरा एक माह बीत गया मगर अब तक इन गांवों के लगभग पांच सौ श्रमिकों को मजदूरी नहीं मिली।
वहां के श्रमिक रघुवीर दास, राजकुमार, विकास व अन्य ने बताया कि समिति से काफी श्रमिकों को तो मजदूरी चुका दी गई मगर वे अब तक इससे वंचित हैं। इन श्रमिकों ने मजदूरी के लिए समिति प्रतिनिधियों से कई बार संपर्क किया। इस पर उनको एक दो दिन इंतजार करने के लिए कहा गया मगर यह अवधि एक माह लंबी हो गई। इसलिए श्रमिक परेशान हैं।