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सिंगरौली के बरगवां रेलवे क्रॉसिंग पर फंसी एंबुलेंस, जानिए आगे क्या हुआ

locationसिंगरौलीPublished: Apr 08, 2019 12:32:42 am

Submitted by:

Amit Pandey

ओव्हर ब्रिज नहीं होने से आए दिन देखने को मिली है समस्या

Ambulance trapped on Barghana railway crossing, moaning woman

Ambulance trapped on Barghana railway crossing, moaning woman

सिंगरौली. स्थान बरगवां रेलवे क्रॉसिंग, फाटक बंद। दोनों ओर वाहनों जाम। बीच में फंसी एंबुलेंस और उसमें प्रसव पीड़ा से कराहती महिला। रविवार की सुबह कुछ ऐसा ही हाल देखने को मिला। एंबुलेंस व कराहती प्रसूता पर हर किसी का ध्यान था और हर कोई यही कहता मिला कि यहां ओव्हर ब्रिज बनना बहुत जरूरी हो गया है।
बरगवां रेलवे क्रॉसिंग पर करीब आधे घंटे के इंतजार के बाद फाटक खुला तो परेशान प्रसूता के परिजनों ने राहत की सांस ली। वहां जाम से निकली एंबुलेंस प्रसूता को लेकर तेजी के साथ अस्पताल की ओर आगे बढ़ गई। रविवार की समस्या ओव्हर ब्रिज नहीं होने के चलते आए दिन देखने को मिल जाती है। रेलवे फाटक बंद होने की स्थिति में इंमरजेंसी में लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मरीजों की जान पर बन आती है।
रेलवे क्रॉसिंग बैढऩ-सीधी के मुख्य मार्ग पर है, इसलिए इससे दिनभर में एक हजार से अधिक वाहन निकलते हैं। इस बीच ट्रेन आने की सूचना मिलते ही फाटक को बंद कर दिया जाता है। फाटक तब तक बंद रहता है जब तक रेलवे स्टेशन से ट्रेन निकल नहीं जाती। ऐसी स्थिति में वाहनों को लंबा इतजार करना पड़ता है। यहां चिंता की बात यह है कि बरगवां में ओव्हर ब्रिज बनाने के लिए लंबे समय से मांग की जा रही है। इससे हर किसी को सहूलियत हो जाएगी लेकिन इस मांग को पूरा करने शासन-प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया।
Ambulance trapped on Barghana railway crossing, moaning woman
Patrika IMAGE CREDIT: Patrika
दिनभर में निकलती हैं कई ट्रेनें
बरगवां स्टेशन मास्टर ने बताया कि रेलवे स्टेशन से होकर दिनभर में करीब 13 ट्रेन निकलती हैं। इसमें मालगाड़ी भी शामिल हैं। इस स्थिति में फाटक को बंद करना पड़ता है। समस्या यह है कि ज्यादातर समय स्टेशन पर ट्रेन के खड़े रहने के चलते बर्बाद होता है। क्योंकि जब तक सिंगरौली स्टेशन से आई ट्रेन रूकने के बाद निकल नहीं जाती है। क्रॉसिंग का फाटक बंद रहता है। जिससे वाहन चालकों को लंबा इंतजार करना पड़ता है।
25 बार से अधिक बंद होता है फाटक
बताया गया है कि रेलवे फाटक को दिनभर में करीब 25 बार बंद करना पड़ता है। एक बार फाटक बंद करने पर करीब 20-25 मिनट का समय लग जाता है। यदि 25 बार फाटक बंद हो रहा है तो यहीं से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि बरगवां बाजार में आए दिन लगनेे वाला जाम किस वजह से लग रहा है। फाटक खुलने के बाद वाहनों की लंबी कतारें जब निकलती हैं तो मुख्य बाजार में धूल के गुब्बार से स्थानीय व्यापारी परेशान हो जाते हैं।
लंबे समय से हो रही मांग
स्थानीय व्यपारियों ने बताया कि रेलवे क्रॉसिंग के पास ओव्हर ब्रिज बनाने के लिए लंबे समय से मांग की जा रही है। फाटक बंद होने पर एक बार नहीं कई बार एंबुलेंस वाहन फंस चुकी है। गत महीने दुर्घटना में घायल को लेकर एंबुलेंस वाहन फंस गई थी तो गेटमैन से गुजारिश कर फाटक को खोलवाया गया था। इसके बाद मरीज को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया।
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