बरगवां स्टेशन मास्टर ने बताया कि रेलवे स्टेशन से होकर दिनभर में करीब 13 ट्रेन निकलती हैं। इसमें मालगाड़ी भी शामिल हैं। इस स्थिति में फाटक को बंद करना पड़ता है। समस्या यह है कि ज्यादातर समय स्टेशन पर ट्रेन के खड़े रहने के चलते बर्बाद होता है। क्योंकि जब तक सिंगरौली स्टेशन से आई ट्रेन रूकने के बाद निकल नहीं जाती है। क्रॉसिंग का फाटक बंद रहता है। जिससे वाहन चालकों को लंबा इंतजार करना पड़ता है।
बताया गया है कि रेलवे फाटक को दिनभर में करीब 25 बार बंद करना पड़ता है। एक बार फाटक बंद करने पर करीब 20-25 मिनट का समय लग जाता है। यदि 25 बार फाटक बंद हो रहा है तो यहीं से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि बरगवां बाजार में आए दिन लगनेे वाला जाम किस वजह से लग रहा है। फाटक खुलने के बाद वाहनों की लंबी कतारें जब निकलती हैं तो मुख्य बाजार में धूल के गुब्बार से स्थानीय व्यापारी परेशान हो जाते हैं।
स्थानीय व्यपारियों ने बताया कि रेलवे क्रॉसिंग के पास ओव्हर ब्रिज बनाने के लिए लंबे समय से मांग की जा रही है। फाटक बंद होने पर एक बार नहीं कई बार एंबुलेंस वाहन फंस चुकी है। गत महीने दुर्घटना में घायल को लेकर एंबुलेंस वाहन फंस गई थी तो गेटमैन से गुजारिश कर फाटक को खोलवाया गया था। इसके बाद मरीज को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया।