अब तक सीधी से संचालित
अब तक सिंगरौली जिले के लिए मंजूर नवोदय विद्यालय सीधी में संचालित हो रहा है। हालांकि यहां बड़ी-बड़ी कंपनियों में कार्यरत केन्द्र सरकार के कर्मचारियों की संख्या काफी है पर यहां नवोदय विद्यालय नहीं होने के कारण केन्द्र सरकार के कर्मचारियों व नागरिकों के बालकों को नवोदय विद्यालय की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित होना पड़ रहा है। इसलिए सीधी मेंंं स्थापित जिले का नवोदय विद्यालय यहां संचालित करने की लंबे समय से मांग होती रही है। सीधी में चल रहे नवोदय विद्यालय में ही इस जिले के छठी कक्षा के बालकों का हर सत्र के लिए प्रवेश होता है पर मंजूर सीटों पर चयन के बावजूद इस जिले के विद्यार्थी कम संख्या में वहां जाकर शिक्षा ग्रहण करते हैं। इसलिए सीधी में संचालित इस जिले की कई सीटें हर सत्र में खाली रह जाती हैं।
अब तक सिंगरौली जिले के लिए मंजूर नवोदय विद्यालय सीधी में संचालित हो रहा है। हालांकि यहां बड़ी-बड़ी कंपनियों में कार्यरत केन्द्र सरकार के कर्मचारियों की संख्या काफी है पर यहां नवोदय विद्यालय नहीं होने के कारण केन्द्र सरकार के कर्मचारियों व नागरिकों के बालकों को नवोदय विद्यालय की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित होना पड़ रहा है। इसलिए सीधी मेंंं स्थापित जिले का नवोदय विद्यालय यहां संचालित करने की लंबे समय से मांग होती रही है। सीधी में चल रहे नवोदय विद्यालय में ही इस जिले के छठी कक्षा के बालकों का हर सत्र के लिए प्रवेश होता है पर मंजूर सीटों पर चयन के बावजूद इस जिले के विद्यार्थी कम संख्या में वहां जाकर शिक्षा ग्रहण करते हैं। इसलिए सीधी में संचालित इस जिले की कई सीटें हर सत्र में खाली रह जाती हैं।
काफी पहले मिली मंजूरी
जिले के लिए नवोदय विद्यालय काफी पहले मंजूर हो गया पर यहां इसके लिए पर्याप्त जगह नहीं मिली। इसलिए जगह नहीं मिलना सिंगरौली में नवोदय विद्यालय के संचालन में दीवार बन गई। इसलिए जिले के बालक इस विद्यालय की शैक्षिक व सह शैक्षिक सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे। जिले के अधिकतर विद्यार्थी व उनके अभिभावकों के लिए सीधी जाकर वहां शिक्षा ग्रहण करना असुविधाजनक है। इस कारण यहां के विद्यार्थी अब तक इस विद्यालय से दूरी बनाए हुए हैं तथा जिले के प्रतिभावान विद्यार्थियों को इसका नुकसान झेलना पड़ता है। इसलिए अभिभावकों की ओर से काफी समय से यहां जिला मुख्यालय पर नवोदय विद्यालय शुरू करने की मांग होती रही है।
एनसीएल से आस
इसके तहत जनवरी माह में जिला कलेक्टर की ओर से एनसीएल के सीएमडी को जयंत में सीएमपीडीआई का पुराना भवन अस्थाई तौर पर नवोदय विद्यालय संचालन के लिए दिए जाने का पत्र लिखा है। अब प्रशासन को इसे लेकर एनसीएल प्रबंधन के जवाब का इंतजार है। शिक्षा अधिकारियों ने बताया कि एनसीएल प्रबंधन ने मौखिक तौर पर यह भवन विद्यालय संचालन के लिए देने पर सहमति दे दी है तथा अब इस संबंध में मंजूरी पत्र जारी किए जाने की कार्रवाई की जानी है। लगभग एक माह पहले इस जगह का नवोदय विद्यालय की प्राचार्य व जिला शिक्षा अधिकारी ने तहसीलदार के साथ अवलोकन किया था तथा इसे नवोदय विद्यालय सहित छात्रावास संचालन के अनुकूल पाया गया। इस दौरान एनसीएल अधिकारियों ने यह भवन नवोदय विद्यालय के लिए अस्थाई तौर पर देने पर मौखिक सहमति दी थी। इसके तहत ही प्रशासन की ओर से संबंधित जगह के लिए एनसीएल से मांग की गई है। जिला शिक्षा अधिकारी रोहिणी पांडे ने बताया कि एनसीएल प्रबंधन से जगह की मंजूरी संबंधी पत्र मिलने के बाद नए सत्र से जयंत में एनसीएल के इसी भवन में नवोदय विद्यालय का संचालन शुरु करने का प्रस्ताव है। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन की ओर से नवोदय विद्यालय के लिए माड़ा तहसील के रंपा में जगह आवंटन की कार्रवाई एक वर्ष पहले ही पूरी कर ली गई है पर वहां भवन का निर्माण नहीं हो सका है। इस कारण एनसीएल के जयंत स्थित भवन में नए सत्र से अस्थाई तौर पर नवोदय विद्यालय का संचालन शुरू करने का प्रयास हो रहा है।
जिले के लिए नवोदय विद्यालय काफी पहले मंजूर हो गया पर यहां इसके लिए पर्याप्त जगह नहीं मिली। इसलिए जगह नहीं मिलना सिंगरौली में नवोदय विद्यालय के संचालन में दीवार बन गई। इसलिए जिले के बालक इस विद्यालय की शैक्षिक व सह शैक्षिक सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे। जिले के अधिकतर विद्यार्थी व उनके अभिभावकों के लिए सीधी जाकर वहां शिक्षा ग्रहण करना असुविधाजनक है। इस कारण यहां के विद्यार्थी अब तक इस विद्यालय से दूरी बनाए हुए हैं तथा जिले के प्रतिभावान विद्यार्थियों को इसका नुकसान झेलना पड़ता है। इसलिए अभिभावकों की ओर से काफी समय से यहां जिला मुख्यालय पर नवोदय विद्यालय शुरू करने की मांग होती रही है।
एनसीएल से आस
इसके तहत जनवरी माह में जिला कलेक्टर की ओर से एनसीएल के सीएमडी को जयंत में सीएमपीडीआई का पुराना भवन अस्थाई तौर पर नवोदय विद्यालय संचालन के लिए दिए जाने का पत्र लिखा है। अब प्रशासन को इसे लेकर एनसीएल प्रबंधन के जवाब का इंतजार है। शिक्षा अधिकारियों ने बताया कि एनसीएल प्रबंधन ने मौखिक तौर पर यह भवन विद्यालय संचालन के लिए देने पर सहमति दे दी है तथा अब इस संबंध में मंजूरी पत्र जारी किए जाने की कार्रवाई की जानी है। लगभग एक माह पहले इस जगह का नवोदय विद्यालय की प्राचार्य व जिला शिक्षा अधिकारी ने तहसीलदार के साथ अवलोकन किया था तथा इसे नवोदय विद्यालय सहित छात्रावास संचालन के अनुकूल पाया गया। इस दौरान एनसीएल अधिकारियों ने यह भवन नवोदय विद्यालय के लिए अस्थाई तौर पर देने पर मौखिक सहमति दी थी। इसके तहत ही प्रशासन की ओर से संबंधित जगह के लिए एनसीएल से मांग की गई है। जिला शिक्षा अधिकारी रोहिणी पांडे ने बताया कि एनसीएल प्रबंधन से जगह की मंजूरी संबंधी पत्र मिलने के बाद नए सत्र से जयंत में एनसीएल के इसी भवन में नवोदय विद्यालय का संचालन शुरु करने का प्रस्ताव है। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन की ओर से नवोदय विद्यालय के लिए माड़ा तहसील के रंपा में जगह आवंटन की कार्रवाई एक वर्ष पहले ही पूरी कर ली गई है पर वहां भवन का निर्माण नहीं हो सका है। इस कारण एनसीएल के जयंत स्थित भवन में नए सत्र से अस्थाई तौर पर नवोदय विद्यालय का संचालन शुरू करने का प्रयास हो रहा है।