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कोशिशें बेकार, ऊर्जाधानी में कम नहीं हो रहे महिला अपराध, जानिए क्या है वजह

locationसिंगरौलीPublished: Feb 14, 2020 01:19:53 pm

Submitted by:

Amit Pandey

सालभर में दहेज की मांग को लेकर सताई गई 81 विवाहिता…

Awareness is not working in Singrauli

Awareness is not working in Singrauli

सिंगरौली. सासन चौकी क्षेत्र के हर्रहवा गांव में दुर्गावती की शादी वर्ष 2017 में हुई। शादी के कुछ महीने तक सबकुछ ठीक रहा। इसके बाद उसके ससुराल के लोग दहेज की मांग को लेकर उसे प्रताडि़त करने लगे। प्रताडऩा से दुर्गावती तंग हो चुकी थी। प्रताडि़त होने की सूचना मायका पक्ष को नहीं दी लेकिन इधर, ससुराल की ओर प्रताडऩा व मारपीट दुर्गावती के बर्दाश्त से बाहर था। अंत में उसने अपने भाई को फोन लगाईऔर ससुराल से ले चलने की बात कही। सुबह उसके पास पहुंचने के लिए भाईने उसे आश्वत किया।उसी रात दुर्गावती मासूम बच्ची को साथ लेकर कुएं में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। मायका पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने पति, सास, ससुर व देवर को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। जी, हां यह तो महज बानगी है, दहेज रूपी दानव से तंग आकर कुछ महिलाओं ने आत्महत्या कर लिया है वहीं कुछ को मौत के घाट उतार दिया गया है।
कहने को तो महिला अपराध को लेकर कोशिशें तमाम की जा रही हैं फिर भी अपराध कम नहीं हुए हैंं। देखा जाए तो बीते वर्ष 2019 में दहेज की मांग को लेकर 81 बहुएं सताई गई हैं। वहीं दहेज की मांगे पूरी नहीं होने पर करीब 20 महिलाओं की हत्या कर दी गईहै। यह आंकडें न केवल डराते हैं बल्कि यह दर्शाते हैं कि महिला अपराध को लेकर पुलिस व सामाजिक संगठनों की जागरूकता काम नहीं आ रही है। दहेज के अलावा भी महिलाओं पर हो रहे अपराध कम नहीं है। बातदें कि दहेज के ज्यादातर मामले लोकलज्जा के चलते थानों तक नहीं पहुंचते हैं। यदि उन मामलों को भी जोड़ दिया जाए तो दहेज प्रताडऩा के आंकड़ें और बढ़ जाएंगे।
अन्य अपराध भी कम नहीं
महिलाओं पर हो रहे अपराध को देखा जाए तो अन्य अपराध भी कम नहीं हैं। शक्ति स्वरूपा कही जाने वाली बेटियों पर दरिदें कहर बरपा रहे हैं। जागरूकता का दावा करने वाले सामाजिक संगठनों की कवायद भी काम नहीं आ रही है। यही वजह है कि अपराध लगातार बढ़ रहे हैं और पुलिस भी कुछ ठोस नहीं कर पा रही है। लापरवाही का आलम यह है कि ज्यादातर महिला अपराध को पुलिस गंभीरता से नहीं लेती है। इससे बदमाशों का हौसला बुलंद हो जाता है।
यह है उदाहरण:
केस-एक
सासन चौकी अंतर्गत काम गांव में नवविवाहिता रिंकू वैश्य पति अनिल कुमार वैश्य को दहेज की मांग को लेकर प्रताडि़त किया जाता था। जिससे वो तंग आ गई थी। प्रताडऩा से तंग आकर उसने मासूम बच्ची को साथ लेकर कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली।
केस-दो
माड़ा क्षेत्र के बिंदुल गांव में संगीता की शादी रमेश के साथ हुई। शादी के कुछ महीने बाद दहेज की मांग कर रहे ससुराल के लोग उसे प्रताडि़त करने लगे। मामले की शिकायत महिला प्रकोष्ठ में कराई गई। पुलिस ने दंपत्ति को न्यायिक सलाह दिया।
फैक्ट फाइल:
दहेज प्रताडऩा – 81
दहेज हत्या – 20

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