मौके पर पहुंचे वन विभाग के अमले ने उसका उपचार शुरू कराया है। भालू एक पेड़ की जड़ में फंस कर घायल हुआ है। घटना के संबंध में बताया गया कि गुरुवार को आधी रात के बाद ग्रामीणों को भालू की जोर-जोर से चिल्लाने की आवाज सुनाई दी।
आवाज सुनकर नींद से जागे ग्रामीणों को इस बात का एहसास तो हो गया कि बस्ती में जंगली भालू घुस आया है, लेकिन अंधेरा होने के चलते डरे सहमे ग्रामीण मौके पर जाने की हिम्मत नहीं जुटा सके। सुबह जब कुछ उजाला हुआ तो ग्रामीण समूह में मौके पर पहुंचे।
ग्रामीणों ने वहां एक भालू को ताड़ के पेड़ की जड़ में फंसा हुआ पाया। जड़ में फंसा भालू निकलने के असफल प्रयास में बुरी तरह से घायल हो गया था। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना वन अमले को दी।
सुबह करीब छह बजे ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे अमले ने जैसे-तैसे घायल भालू को पेड़ की जड़ से बाहर निकाला। उसके प्राथमिक उपचार के लिए सरई पशु चिकित्सालय के चिकित्सक को बुलाया गया। साथ ही सीधी से रेस्क्यू टीम भी बुला ली गई।
आगे के दोनो पैर हो गए हैं घायल
परिक्षेत्र अधिकारी राजकुमार साकेत के मुताबिक भालू अपनी भूख मिटाने के लिए पेड़ों की जड़ में दीमक की तलाश करते हैं। संभव है कि उसी तलाश में भालू का एक पैर पेड़ की जड़ में फंस गया और निकलने की कोशिश में वह बुरी तरह से घायल हो गया।
परिक्षेत्र अधिकारी राजकुमार साकेत के मुताबिक भालू अपनी भूख मिटाने के लिए पेड़ों की जड़ में दीमक की तलाश करते हैं। संभव है कि उसी तलाश में भालू का एक पैर पेड़ की जड़ में फंस गया और निकलने की कोशिश में वह बुरी तरह से घायल हो गया।
भालू के दोनों अगले पैरों में चोट आई है। दाहिना पैर ज्यादा चोटहिल है। फिलहाल इलाज के बाद भालू की तबियत स्थिर बताई जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक स्वस्थ होने पर उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा।