मप्र में ब्लैकलिस्टेड कंपनी का भी मिला कोयला
हाल ही में होशंगाबाद रेत खनन की शर्तों के उल्लंघन के कारण मध्यप्रदेश सरकार द्वारा ब्लैकलिस्टेड की गई कंपनी आरकेटीसी का बड़ा कोयला भंडार मिला है। उसने 15000 टन कोयला को छिपा रखा था। यह कंपनी होशंगाबाद में ब्लैक लिस्टेड होने के बाद भी सिंगरौली जिले में रेत खनन का काम भी कर रही है। कोयला ट्रांसपोर्ट का भी उसका यार्ड है।
इन पर कार्रवाई
गैलेंट इस्पात लिमिटेड का 4 हजार टन, संगीता सेल्स का 4 हजार टन, महावीर कोल रिर्सोसेज का 3500 टन, इनोसेंट ट्रेडर्स लिमिटेड का 3500 टन, मे. कोल हब 1500 टन व फ्यूलको कोल इंडिया लिमिटेड का 6 हजार टन व स्वामी फ्यूल का 4 हजार टन कोयला अवैध पाया गया है। छापामार कार्रवाई के दौरान ट्रांसपोर्ट कंपनियां कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखा सकी। इसलिए एसडीएम ने सभी का कुल 41500 टन कोयला जब्त कर लिया गया है। इस मामले में ट्रांसपोर्ट कंपनियों के संचालकों के विरूद्ध खनन, परिवहन व भंडारण नियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
प्रदूषण नियमों का भी उल्लंघन
प्रदूषण नियंत्रण के मानकों के उल्लंघन के मामले में भी अलग से प्रकरण दर्ज किया गया है। जांच के दौरान पाया गया कि कोयला भंडारण में विंड ब्रेकिंग वाल, पानी का छिडक़ाव व पानी की निकासी जैसी व्यवस्थाएं नहीं की गई हैं। एसडीएम के मुताबिक अग्रिम कार्रवाई के लिए प्रकरण कलेक्टर न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।
छापा मार कार्रवाई में ज्यादातर ट्रांसपोर्ट कंपनियों का कोयला रेलवे साइडिंग महदेइया के बाहर एनसीएल व निजी भूमियों पर भंडारित मिला। एसडीएम के मुताबिक कोयला भंडारण के लिए कंपनियों की ओर से वैधानिक अनुमति नहीं ली गई थी। इससे यह आशंका जताई जा रही है कि कोयला संकट के दौरान यह कोयला अवैध रूप से जमा किया गया था। जिसमें बड़ी मिलीभगत थी।