जिला अधिकारियों के मुताबिक कैबिनेट ने आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र मंडला, नीमच, मंदसौर, श्योपुर व राजगढ़ के अलावा सिंगरौली में कॉलेज के भवन निर्माण के लिए प्रशासकीय स्वीकृति दी है। इसमें सरकार पर 1500 करोड़ रुपए खर्च किया जाएगा। जल्द ही निर्माण एजेंसी तय की जाएगी।
गौरतलब है कि जिले में मेडिकल कॉलेज का भवन बनाने के लिए 325 करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इनमें 195 करोड़ रुपए की राशि केंद्र सरकार से मिलने की बात कही गई है। केंद्र सरकार ने 12 करोड़ रुपए की एक किश्त दे भी दी है।
कॉलेज भवन निर्माण के लिए बाकी की रकम राज्य शासन से मिलेगी। इधर, जिला स्तर पर लेआउट व डिजाइन भी तैयार कर अनुमोदन के लिए शासन को भेजा गया है। अब कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया तेजी के साथ शुरू होगी।
25 एकड़ जमीन है चिह्नित
मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए यहां जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर की दूरी पर नौगढ़ में 25 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। तैयार किए गए लेआउट व डिजाइन के मुताबिक वहां प्रशासनिक भवन के साथ व्याख्यान हाल, प्रयोगशाला, पुस्तकालय, कॉमन हाल, सभागार व दो छात्रावास के साथ कॉलेज से संबंद्ध अस्पताल भी तैयार किया जाएगा।
मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए यहां जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर की दूरी पर नौगढ़ में 25 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। तैयार किए गए लेआउट व डिजाइन के मुताबिक वहां प्रशासनिक भवन के साथ व्याख्यान हाल, प्रयोगशाला, पुस्तकालय, कॉमन हाल, सभागार व दो छात्रावास के साथ कॉलेज से संबंद्ध अस्पताल भी तैयार किया जाएगा।
स्वास्थ्य सुविधाओं में होगा इजाफा
स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक मेडिकल कॉलेज खुलने के बाद जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं में तेजी के साथ सुधार आएगा। कॉलेज में विशेषज्ञों की नियुक्ति के बाद यहां उपकरण सहित अन्य इलाज की सुविधाएं बढ़ जाएंगी। इससे लोगों को इलाज के लिए जबलपुर व वाराणसी जैसे शहरों की ओर नहीं भागना पड़ेगा। बड़े मर्ज का इलाज यहीं संभव हो सकेगा।
स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक मेडिकल कॉलेज खुलने के बाद जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं में तेजी के साथ सुधार आएगा। कॉलेज में विशेषज्ञों की नियुक्ति के बाद यहां उपकरण सहित अन्य इलाज की सुविधाएं बढ़ जाएंगी। इससे लोगों को इलाज के लिए जबलपुर व वाराणसी जैसे शहरों की ओर नहीं भागना पड़ेगा। बड़े मर्ज का इलाज यहीं संभव हो सकेगा।