एसडीएम माड़ा संपदा सर्राफ के मुताबिक कर्सुआराजा गांव में शासन की एक एकड़ जमीन में एक दर्जन लोगों का अतिक्रमण था। पूर्व में उन्हें जमीन खाली करने के लिए नोटिस दिया गया था, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाया गया। नोटिस में दी गई चेतावनी के अनुरूप शनिवार को अभियान चलाकर अतिक्रमण कर बनाए गए मकानों और दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया। कलेक्टर के निर्देश पर अभी सरकारी जमीन में अतिक्रमण पर कार्रवाई जारी रहेगी।
14 दुकान सहित मकान ध्वस्त
एसडीएम के मुताबिक अतिक्रमण कर सरकारी जमीन पर 14 दुकानों वाली दो मंजिला इमारत को ध्वस्त किया गया है। साथ ही दो आवासीय मकान भी जमीदोज किया गया। एसडीएम ने पूर्व में सभी निर्माण को अवैध घोषित कर दिया था। इसके अलावा वर्तमान में भी अतिक्रमण कर दुकान के लिए भवन तैयार किया जा रहा था।
14 दुकान सहित मकान ध्वस्त
एसडीएम के मुताबिक अतिक्रमण कर सरकारी जमीन पर 14 दुकानों वाली दो मंजिला इमारत को ध्वस्त किया गया है। साथ ही दो आवासीय मकान भी जमीदोज किया गया। एसडीएम ने पूर्व में सभी निर्माण को अवैध घोषित कर दिया था। इसके अलावा वर्तमान में भी अतिक्रमण कर दुकान के लिए भवन तैयार किया जा रहा था।
मौके पर तैनात रही भारी संख्या में फोर्स
अतिक्रमण को ध्वस्त करने के लिए चलाए गए अभियान के दौरान ग्रामीणों की ओर से विरोध नहीं किया जाए। इसलिए एहतियात के तौर पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रही। साथ ही तहसीलदार सुमित गुप्ता, एसडीओपी राजीव पाठक, माड़ा टीआइ नागेंद्र प्रताप सिंह, चौकी प्रभारी प्रियंका मिश्र सहित अन्य अधिकारी पूरे समय तक मौके पर मौजूद रहे।
अतिक्रमण को ध्वस्त करने के लिए चलाए गए अभियान के दौरान ग्रामीणों की ओर से विरोध नहीं किया जाए। इसलिए एहतियात के तौर पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रही। साथ ही तहसीलदार सुमित गुप्ता, एसडीओपी राजीव पाठक, माड़ा टीआइ नागेंद्र प्रताप सिंह, चौकी प्रभारी प्रियंका मिश्र सहित अन्य अधिकारी पूरे समय तक मौके पर मौजूद रहे।