मोरवा में पेयजल की आपूर्ति को लेकर चल रहे जल प्रदाय योजना का कार्य तेजी के साथ पूरा हो सके। इसके लिए निगम आयुक्त शिवेंद्र सिंह के निर्देश पर कार्यपालन यंत्री व्हीपी उपाध्याय व सहायक यंत्री आरके जैन ने मोरवा में एक सप्ताह तक कैंप किया। कैंप के दौरान योजना के तहत चल रहे कार्य में तेजी तो आई, लेकिन कार्य पूरा नहीं हो सका। नतीजा इस महीने जल आपूर्ति शुरू करने की मंशा पूरी होती नहीं दिख रही है। खुद अधिकारी इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि अब जून में ही जल आपूर्ति शुरू हो सकेगी।
वर्तमान में चल रही है आपूर्ति की टेस्टिंग
एक सप्ताह के कैंप के बाद निगम के दोनों ही अधिकारी वापस लौट आए हैं। लोकसभा चुनाव के मतगणना में उनकी ड्यूटी लगी है। अधिकारियों के मुताबिक वर्तमान में मोरवा में जलापूर्ति की टेस्टिंग चल रही है। टेस्टिंग के दौरान चल रहे फाल्ट को दुरूस्त किया जा रहा है। इसमें अभी एक सप्ताह का समय लगने की बात की जा रही है। माना जा रहा है कि जून के पहले सप्ताह में जलापूर्ति शुरू हो पाएगी।
एक सप्ताह के कैंप के बाद निगम के दोनों ही अधिकारी वापस लौट आए हैं। लोकसभा चुनाव के मतगणना में उनकी ड्यूटी लगी है। अधिकारियों के मुताबिक वर्तमान में मोरवा में जलापूर्ति की टेस्टिंग चल रही है। टेस्टिंग के दौरान चल रहे फाल्ट को दुरूस्त किया जा रहा है। इसमें अभी एक सप्ताह का समय लगने की बात की जा रही है। माना जा रहा है कि जून के पहले सप्ताह में जलापूर्ति शुरू हो पाएगी।
कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद आई तेजी
मोरवा में जल समस्या को लेकर हडक़ंप मचने की स्थिति में इस महीने की शुरुआत में कलेक्टर केवीएस चौधरी मोरवा में पहुंचे थे। उन्होंने 10 दिनों के भीतर जलापूर्ति शुरू करने का वहां के रहवासियों को आश्वासन दिया था। कलेक्टर के आश्वासन व निगम को जारी निर्देश के बाद कार्य में तेजी आई, लेकिन इस महीने योजना के जरिए जलापूर्ति शुरू कर पाना संभव नहीं हुआ। वर्तमान में पानी की आपूर्ति टैंकर के भरोसे है।
मोरवा में जल समस्या को लेकर हडक़ंप मचने की स्थिति में इस महीने की शुरुआत में कलेक्टर केवीएस चौधरी मोरवा में पहुंचे थे। उन्होंने 10 दिनों के भीतर जलापूर्ति शुरू करने का वहां के रहवासियों को आश्वासन दिया था। कलेक्टर के आश्वासन व निगम को जारी निर्देश के बाद कार्य में तेजी आई, लेकिन इस महीने योजना के जरिए जलापूर्ति शुरू कर पाना संभव नहीं हुआ। वर्तमान में पानी की आपूर्ति टैंकर के भरोसे है।