बता दें कि देवगवां गांव में पैसे बांटने का वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में एक सरपंच प्रत्याशी एक वोट के लिए दो हजार रुपए बांट रहा था। किसी प्रत्याशी के पक्ष में वोट डालने के लिए लालच दे रहा था। उपखंड अधिकारी अधिकारी देवसर आकाश सिंह ने वीडियो को तत्काल संज्ञान में लेते हुए वीडियो की सत्यता की जांच के लिए तहसीलदार देवसर दिलीप सिंह एवं थाना प्रभारी कपूर त्रिपाठी को निर्देशित किया।
जांच होने पर पता चला कि वीडियो में आरोपी चानक राम उर्फ कलेक्टर जायसवाल ग्राम हर्रा बिर्ती का निवासी है। जिसकी पत्नी आशा देवी जायसवाल ग्राम पंचायत देवगवां से सरपंच पद की प्रत्याशी है। जांच में कथन एवं अन्य साक्ष्य के आधार पर यह पाया गया कि आरोपी चानक राम अपनी पत्नी के पक्ष में वोट देने के लिए ग्राम देवगवां में शाम 6.30 बजे एक वोट के बदले दो हजार रुपए बाट रहा था और आम जनता को प्रलोभन दे रहा था। आरोपी चानक राम के विरुद्ध थाना जियावन में आचार संहिता के उल्लंघन पर थाना जियावन में आईपीसी की धारा 171 बी, 171 ई एवं 188 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
दहशत में अन्य प्रत्याशी
जनपद क्षेत्र में मतदाताओं को पैसे बांटने का सिलसिला जारी है। बुधवार को एसडीएम की ओर से की गई कार्रवाई से अन्य प्रत्याशी दहशत में हैं। इसके बावजूद सभी प्रत्याशी अपने स्तर से मतदाताओं को पैसे बांटने में जुटे हैं। यह खेल सबसे अधिक देवसर व चितरंगी में चल रहा है। अधिकारियों को ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि आचार संहिता का उल्लंघर करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने वाली सुस्त पड़ गई है। इसलिए अब मैदानी अमले को चौकन्ना होने की जरूरत है।