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घर से कोचिंग पढऩे निकले थे बच्चे, नदी तक खींच ले गया काल

locationसिंगरौलीPublished: Sep 12, 2020 09:55:10 pm

Submitted by:

Ajeet shukla

जानिए चार परिवार पर किस तरह टूट पड़ा दु:खों का पहाड़ …..

Children drowned in Singrauli's Son river, police engaged in searching

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सिंगरौली. घर से तो बच्चे कोचिंग पढऩे निकले थे, लेकिन काल उन्हें सोन नदी तक खींच ले गया। नदी में नहाने उतरे बच्चों में चार बच्चे तेज धार में घिर गए और बह गए। बात एमपी-यूपी बार्डर पर गढ़वा थाना क्षेत्र के कुड़ारी घाट पर हुई घटना की कर रहे हैं। सोन नदी में नहाने के दौरान चार बच्चे बह गए।
बच्चों के नदी में बह जाने की खबर जब परिजनों को लगी तो वहां चीख पुकार मच गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना गढ़वा पुलिस को दिया। मौके पर पहुंची गढ़वा पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से नदी में बहे बच्चों की तलाश शुरू कर दी। शाम तक एक बच्चे का शव बरामद कर लिया है। वहीं लापता तीन बच्चों की तलाश में जारी है।
घटना के संबंध में बताया गया कि लमसरई निवासी अमित कुमार पिता राजेश वैश्य उम्र 15 वर्ष, आनंद कुमार पिता लाल पति वैश्य उम्र 13 वर्ष, रोहित कुमार पिता लाल बहादुर वैश्य उम्र 13 वर्ष, राहुल पिता कुंजलाल वैश्य उम्र 1५ वर्ष सहित तीन अन्य बच्चे घर से ट्यूशन पढऩे निकले थे। अचानक उन सभी ने नदी में नहाने की योजना बना ली।
नदी में नहाने के दौरान तेज बहाव के कारण सोन नदी में चार बच्चे बह गए। नदी में किनारे नहा रहे तीन बच्चों ने भागकर उन बच्चों के घर यह सूचना दी। इधर, ग्रामीणों की सूचना पर आनन-फानन में मौके पर पहुंची पुलिस व कुछ ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू कार्य शुरू कर दिया। देर शाम आनंद कुमार पिता लालपति वैश्य उम्र्र १३ वर्ष का शव बरामद हुआ। शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ने रवाना कर दिया।
घर में मचा कोहराम
सोन नदी में बच्चों की बह जाने की खबर सुनते ही घर में कोहराम मच गया। रोते-बिलखते परिजन आनन-फानन में कुड़ारी घाट पर पहुंचे। जहां परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। परिजन रोते हुए यही रट लगा रहे थे कि घर से तो ट्यूशन पढऩे के लिए निकला था, मौत ही नदी तक खींच लाई। पास-पड़ोस के लोग बच्चों के परिजनों को सांत्वना देते रहे।
कुड़ारी से चोपन तक चलेगा सर्चिंग अभियान
नदी में लापता बच्चों को ढूंढऩे के लिए एसडीआरएफ की टीम बकायदे सर्चिंग अभियान चलाएगी। कुड़ारी घाट से लेकर चोपन तक सर्चिंग अभियान चलाया जाएगा। शनिवार शाम अंधेरा होने के बाद रेस्क्यू बंद कर दिया गया। रविवार को फिर बच्चों की तलाश के लिए एसडीआरएफ की टीम व गोताखोर सोन नदी में उतरेंगेञ एसडीआरएफ की टीम पहुंचने के बाद उम्मीद जगी है कि नदी में लापता बच्चों को टीम ढूंढ़ निकालेगी।
लाचार दिखी पुलिस, शाम तक नहीं पहुंची टीम
बच्चों के नदी में बह जाने की घटना के बाद बच्चों की तलाश ग्रामीणों की मदद से शुरू की गई। कई बार बुलाने के बाद भी शाम तक मौके पर न ही एसडीआरएफ की टीम पहुंची और न ही गोताखोर। जबकि घटना की सूचना पर कलेक्टर राजीव रंजन मीना व एसपी वीरेंद्र सहित प्रशासन व पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। थाना प्रभारी संतोष तिवारी अपने दलबल के साथ बच्चों की तलाश में जुटे रहे।
मौके पर पहुंचे कलेक्टर व एसपी
घटना की खबर मिलने के बाद मौके पर कलेक्टर राजीव रंजन मीना व एसपी वीरेंद्र सिंह सहित एसडीओपी राजीव पाठक मौके पर पहुंचे। सोन नदी में लापता बच्चों की तलाश करने के लिए निर्देशित किया है। वहीं गढ़वा टीआई संतोष तिवारी अपने दलबल के साथ बच्चों की तलाश मेें जुटे रहे। बताया गया है कि देर शाम पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने भरोसा दिलाया है कि नदी में बहे बच्चों को जल्द ही खोज निकालेगी। इस दौरान सोनभद्र जिला प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची है।
घर का इकलौता बेटा है राहुल
नदी में बह गए बच्चों में शामिल राहुल अपने घर का इकलौता चिराग है। राहुल के पिता कुंजलाल वैश्य अपने 1५ वर्षीय बच्चे के नदी में बह जाने की घटना के बाद से अपना सुधबुध खो बैठे हैं। बाकी के बच्चों के परिजनों का भी बुरा हाल है।
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