निगम क्षेत्र को ओडीएफ प्लस की श्रेणी में शामिल किए जाने के मद्देनजर अधिकारियों की ओर से 15 दिसंबर तक दावा-आपत्ति मांगा गया था। अधिकारियों के मुताबिक आखिरी तारीख तक केवल नवजीवन विहार रहवासी कल्याण समिति की ओर से आपत्ति आई है।
समिति ने क्षेत्र के एक पार्क में रह रहे रहवासी के यहां शौचालय नहीं होने की बात कही है। हालांकि निगम अधिकारियों का कहना है कि निर्धारित सीमा में सार्वजनिक शौचालय उपलब्ध है। आपत्ति का निस्तारण इसी आधार पर कर दिया जाएगा। दूसरी ओर से अधिकारियों का यह भी तर्क है कि जिस रहवासी के घर में शौचालय नहीं होने की बात कही जा रही है, वह एक पार्क में अवैध रूप से कब्जा करके रह रहा है। इसलिए वहां शौचालय बनाना मुमकिन नहीं है।
यह है ओडीएफ प्लस का मानक
अधिकारियों के मुताबिक निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 90 फीसदी से अधिक घरों में शौचालय की सुविधा मुहैया करा दी गई है। ओडीएफ प्लस के लिए निर्धारित मानक के अनुरूप 90 फीसदी घरों में शौचालय की सुविधा मुहैया होनी चाहिए। निगम क्षेत्र की आबादी 2.40 लाख है। इसमें 46 हजार मकान हैं। इनमें से १३ हजार घरों में शौचालय की सुविधा मुहैया कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जबकि १२ हजार से अधिक घरों में शौचालय की सुविधा मुहैया करा दी गई है।
अधिकारियों के मुताबिक निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 90 फीसदी से अधिक घरों में शौचालय की सुविधा मुहैया करा दी गई है। ओडीएफ प्लस के लिए निर्धारित मानक के अनुरूप 90 फीसदी घरों में शौचालय की सुविधा मुहैया होनी चाहिए। निगम क्षेत्र की आबादी 2.40 लाख है। इसमें 46 हजार मकान हैं। इनमें से १३ हजार घरों में शौचालय की सुविधा मुहैया कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जबकि १२ हजार से अधिक घरों में शौचालय की सुविधा मुहैया करा दी गई है।
स्वच्छता सर्वेक्षण के कार्य में जुटा अमला
वर्तमान में नगर निगम का अमला स्वच्छता सर्वेक्षण के कार्यों में जुटा है। केंद्रीय टीम की ओर से मिले निर्देशों के अनुरूप निगम की ओर से सभी संबंधित दस्तावेज ऑनलाइन किए जा रहे हैं। शनिवार को अवकाश होने के बावजूद निगम अधिकारी कार्यालय पहुंचकर दस्तावेज ऑनलाइन करने की प्रक्रिया में जुटे रहे। छुट्टी के दिन अधिकारियों के कार्य में लगे होने की मुख्य वजह शनिवार को ऑनलाइन दस्तावेज अपलोड करने की अंतिम तारीख होना रहा है। कार्य में संतोष पाण्डेय व अमित सिंह सहित अन्य अधिकारी शामिल रहे।
वर्तमान में नगर निगम का अमला स्वच्छता सर्वेक्षण के कार्यों में जुटा है। केंद्रीय टीम की ओर से मिले निर्देशों के अनुरूप निगम की ओर से सभी संबंधित दस्तावेज ऑनलाइन किए जा रहे हैं। शनिवार को अवकाश होने के बावजूद निगम अधिकारी कार्यालय पहुंचकर दस्तावेज ऑनलाइन करने की प्रक्रिया में जुटे रहे। छुट्टी के दिन अधिकारियों के कार्य में लगे होने की मुख्य वजह शनिवार को ऑनलाइन दस्तावेज अपलोड करने की अंतिम तारीख होना रहा है। कार्य में संतोष पाण्डेय व अमित सिंह सहित अन्य अधिकारी शामिल रहे।