रिलायंस के सासन पावर लिमिटेड कोल ब्लॉक अमलोरी व मुहेर हर रोज भयानक तरीके से एक के बाद एक ब्लॉस्ट किए जा रहे हैं। ब्लॉस्टिंग इतनी भयानक होती है कि पूरा का पूरा मकान थर्रा जाता है।मकानों में पहले से पड़ी दरारें और बड़ी हो गई हैं। ग्रामीणों को ब्लॉस्टिंग से मकान ढहने का भय सता रहा है। ग्रामीण इस कदर भयाक्रांत हैं कि वह खुले आसमान में दिन बिताते हैं। ग्रामीणों की माने तो उनकी ओर से इसकी शिकायत जनप्रतिनिधियों के साथ संबंधित अधिकारियों से भी की गई है, लेकिन नतीजा सिफर है। अधिकारियों की बात तो दूर जनप्रतिनिधि भी ग्रामीणों की समस्या पर गौर फरमाने की जरूरत नहीं समझ रहे हैं।
हैवी ब्लॉस्टिंग करने में एनसीएल का नाम भी शामिल
ग्रामीणों के मुताबिक रिलायंस के अलावा अमलोरी की खदान में एनसीएल की ओर से भी हैवी ब्लॉस्टिंग की जा रही है। दोनों कंपनियों की ब्लॉस्टिंग से अमलोरी व इसके आस-पास के गांव जबरदस्त तरीके से प्रभावित हैं। हाल यह है कि ग्रामीण घर में एक पल भी सुकून से नहीं बिता पा रहे हैं। पूरे दिन बाहर रहना ही उनकी मजबूरी बन गई है। हालांकि एनसीएल के जनसंपर्क अधिकारी सीरथ का कहना है कि ब्लॉस्टिंग के समय ग्रामीणों को कोई नुकसान न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाता है। ब्लॉस्टिंग का समय दोपहर दो बजे से तीन बजे तक का निर्धारित है। हो सकता है कि ग्रामीण कंपनी को लेकर भ्रम में हो। फिर भी संबंधित अधिकारियों को ग्रामीणों की ओर से आ रही शिकायत की जानकारी दे दी जाएगी।
ग्रामीणों के मुताबिक रिलायंस के अलावा अमलोरी की खदान में एनसीएल की ओर से भी हैवी ब्लॉस्टिंग की जा रही है। दोनों कंपनियों की ब्लॉस्टिंग से अमलोरी व इसके आस-पास के गांव जबरदस्त तरीके से प्रभावित हैं। हाल यह है कि ग्रामीण घर में एक पल भी सुकून से नहीं बिता पा रहे हैं। पूरे दिन बाहर रहना ही उनकी मजबूरी बन गई है। हालांकि एनसीएल के जनसंपर्क अधिकारी सीरथ का कहना है कि ब्लॉस्टिंग के समय ग्रामीणों को कोई नुकसान न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाता है। ब्लॉस्टिंग का समय दोपहर दो बजे से तीन बजे तक का निर्धारित है। हो सकता है कि ग्रामीण कंपनी को लेकर भ्रम में हो। फिर भी संबंधित अधिकारियों को ग्रामीणों की ओर से आ रही शिकायत की जानकारी दे दी जाएगी।
मुख्य रूप से प्रभावित हो रहे यह गांव
रिलायंस व एनसीएल की ओर से कोयला निकाली के लिए की जाने वाली हैवी ब्लॉस्टिंग से नौगड़, भकुआर, अमलोरी, परसोना, देवरी, कचनी, दसोती, भरुहा, अमझर, नंदगांव व नवानगर सहित अन्य गईगांव मुख्य रूप से प्रभावित हैं। इन गांवों के अलावा और कई दूसरे गांवों में भी विस्फोट का असर है, लेकिन खदानों के नजदीक वाले गांव ज्यादा प्रभावित हैं।
रिलायंस व एनसीएल की ओर से कोयला निकाली के लिए की जाने वाली हैवी ब्लॉस्टिंग से नौगड़, भकुआर, अमलोरी, परसोना, देवरी, कचनी, दसोती, भरुहा, अमझर, नंदगांव व नवानगर सहित अन्य गईगांव मुख्य रूप से प्रभावित हैं। इन गांवों के अलावा और कई दूसरे गांवों में भी विस्फोट का असर है, लेकिन खदानों के नजदीक वाले गांव ज्यादा प्रभावित हैं।
वर्जन-
विस्फोट से किसी को समस्या नहीं होनी चाहिए। विस्फोट एक निर्धारित समय और निर्धारित मानक में होना चाहिए। जल्द ही आवश्यक निर्देश जारी कर ग्रामीणों को राहत दिलाई जाएगी।
केवीएस चौधरी, कलेक्टर सिंगरौली.
विस्फोट से किसी को समस्या नहीं होनी चाहिए। विस्फोट एक निर्धारित समय और निर्धारित मानक में होना चाहिए। जल्द ही आवश्यक निर्देश जारी कर ग्रामीणों को राहत दिलाई जाएगी।
केवीएस चौधरी, कलेक्टर सिंगरौली.