कलेक्टर मीणा ने निर्देश दिए कि शासन के निर्धारित मापदंड के तहत गुणवत्तायुक्त धान की खरीद की जाय। सभी केंद्रों में धान की साफ-सफाई की पर्याप्त व्यवस्था हो, किसानों को उच्च गुणवत्ता वाला धान लाने को प्रेरित किया जाय तथा जिन समितियों का धान रिजेक्ट हुआ है वहां के केंद्र प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी करें तथा परिवहन के कार्य में प्रगति लाई जाय।
कलेक्टर मीणा ने पांच सौ दिवस से अधिक दिनों की लंबित सीएम हेल्प लाईन की शिकायतों जो अब तक निस्तारित नहीं की जा सकी हैं उन्हें कारण सहित प्रस्तुत करने हेतु निर्देश भी दिया। साथ ही सौ दिवस की शिकायतों को भी त्वरित गति से निस्तारित करने की हिदायत दी।
शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने उन संकुल प्रधानाचार्यों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया जिन्होंने अब तक सौ दिनों तक की शिकायतों का निराकरण नहीं किया है। कहा कि ऐसे सभी प्रधानाचार्यों को एक दिन के लिए नो वर्क नो पे मान्य किया जाय। साथ ही चेतावनी दी कि सामाधान अंतर्गत लगी शिकायतों का निराकरण तीन दिन में पूरा करने का निर्देश दिया। कहा कि ऐसे आवेदन पत्र जिनका निस्तारण समय-सीमा में करने के निर्देश दिए गए है उनका भी निराकरण कर अगली बैठक में रिपोर्ट पेश की जाए।