कलेक्टर ने सीएम हेल्प लाईन मे लंबित प्रकरणो का निराकरण निर्धारित समय मे संतुष्टि पूर्वक करने का निर्देश दिया। ब्लाक शिक्षा अधिकारी देवसर के जवाब से असंतुष्ट कलेक्टर ने अनुशासनात्म कार्रवाई का निर्देश दिया। उन पर कार्य में लापरवाही का भी आरोप लगा था। साथ ही बैठक से गैरहाजिर प्रिंसिपल्स का एक दिन का वेतन काटने को जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया। वहीं ही सरई प्रिंसिपल का प्रभार दूसरे को सौंपने का निर्देश दिया।
कलेक्टर मीना ने पिछले वर्ष के हाई स्कूल व हायर सेकंड्री परीक्षा परिणाम की जानकारी लेने के साथ ही कहा कि अभी आगामी हाईस्कूल एवं हायर सेकंड्री परीक्षा में लगभग दो माह शेष है, ऐसे में हम सब को शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हाई स्कूल का परीक्षा परिणाम 80 प्रतिशत और हायर सेकेंड्री का परीक्षा परिणाम 90 प्रतिशत लाने का लक्ष्य निर्धारित कर तैयारियों को मूर्त रूप देना होगा। उन्होन कहा कि जिन विद्यालयो मे अंग्रेजी, गणित, विज्ञान के शिक्षको का आभाव हो वहां स्मार्ट क्लास संचालित कराए जायं। सभी संकुलो के अधिनस्थ विद्यालयों में कार्यरत शिक्षको की उपस्थिति सार्थक एप पर शत प्रतिशत दर्ज हो। इसी को आधार मानकर शिक्षको का वेतन भुगतान हो।
कलेक्टर ने उपस्थित प्राचार्यो को निर्देश दिए कि प्रत्येक संप्ताह विद्यालयों में टेस्ट लेकर टेस्ट परिणाम गुगल फार्म में प्रस्तुत करें ताकि जो कमियां हो उनमें सुधार किया जा सके। उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों में चहारदीवारी या अन्य आवश्यकता अनुसार कार्य करने की आवश्यकता हो उनके लिए मांग प्रस्तुत किया जाय।
बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी आरपी पांडेय, डीपीसी आर.के दुबे, रमसा प्रभारी पीएन सिंह सहित प्रिंसिपल, बीईओ, बीआरसी उपस्थि रहे।