मारपीट में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के नाम सामने आने के बाद पार्टी उनके बचाव में सामने आ गई। कांग्रेस ने न केवल अपने कार्यकर्ताओं के बचाव में पुलिस को आवेदन दिया है बल्कि लाल पट्टी वालों पर धर्म की आड़ में अपनी राजनैतिक पैठ बनाने सामाजिक धार्मिक संगठन का नाम देकर कानून हाथ में लेने का आरोप भी लगाया।
हालांकि भगवती मानव कल्याण संगठन की ओर से अभी तक कांग्रेस पार्टी पर कोई आरोप नहीं लगाए गए हैं। वे केवल मारपीट करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। जिसमें कुछ कांग्रेस के कार्यकर्ता भी बताए जा रहे हैं।
गतिविधि संदेह के दायरे में
कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष तिलकराज सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं के नाम घसीटे जाने का विरोध किया है। यही नहीं मानव कल्याण संगठन के कार्यकर्ताओं की गतिविधि को संदेहास्पद बताया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को सौंपे ज्ञापन में कहा कि भारतीय शक्ति चेतना पार्टी एक राजनैतिक संगठन है।
जो धर्म की आड़ में अपनी राजनैतिक पैठ बनाने के लिए सामाजिक धार्मिक संगठन का नाम देकर कानून अपने हाथ में लेने का काम कर रही है। 10 मार्च को चितरंगी में शराब ठेकेदार एवं भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच में विवाद चल रहा था उसी समय कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता बीच – बचाव करने गए थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का नाम बेवजह घसीटा जा रहा है।
कांग्रेस पार्टी ने कहा कि भारतीय शक्ति चेतना पार्टी महिलाओं को आगे करके शराब लूटने का काम करती रही तो उनका मनोबल और बढ़ेगा। समाज में अराजकता फैलने का डर रहेगा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज न किया जाए। अन्यथा कांग्रेस सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगी।
चितरंगी थाना क्षेत्र के बधमनवा में शनिवार दोपहर एक व्यक्ति बाइक में तीन पेटी शराब लेकर जा रहा था। भगवती मानव कल्याण संगठन के कुछ कार्यकर्ताओं ने उसे पकड़ लिया। अवैध शराब की पैकारी की सूचना चितरंगी पुलिस को दी। संगठन के कार्यकर्ताओं के मुताबिक पुलिस तो मौके पर नहीं पहुंची लेकिन शराब कारोबारियों के 25 – 30 गुर्गों ने पहुंचकर उन पर हमला कर दिए। बताया गया कि उनके पास धारदार हथियार, डंडे, चाकू, गड़ासा था। संगठन के पुरुष एवं महिलाओं के साथ मारपीट की। इस घटना से कई कार्यकर्ता घायल हो गए हैं। उनके सर पर गंभीर चोटें आई है। किसी के पैर टूट गया है। पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट करने कार्यकर्ता चितरंगी थाना गए । लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट नहीं लिखी और नहीं किसी प्रकार की मदद की।
चितरंगी थाना क्षेत्र के एसडीओपी ने जब मारपीट करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने से मना कर दिया इसके बाद पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने सैकड़ों की संख्या में भगवती मानव कल्याण संगठन के कार्यकर्ता रविवार सुबह धरने पर बैठ गए। सोमवार को भी पूरे दिन धरने पर बैठे रहे। उनकी मांग है कि मारपीट करने वाले सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। इस संबंध में संगठन के कार्यकर्ताओं ने चितरंगी टीआई एवं एसडीओपी से मुलाकात की तो उन्होंने मामला दर्ज करने से इंकार कर दिया। जिसके बाद कार्यकर्ता एसपी कार्यालय के सामने बैठे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा शाम करीब चार बजे धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने भगवती मानव कल्याण संगठन के केन्द्रीय संगठन मंत्री प्रमोद तिवारी को आश्वासन दिया की मारपीट मेंं शामिल लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। हालांकि इसके बाद भी पुलिस और आंदोलन कारियों के बीच बात नहीं बन पाई है। अनिश्चित कालीन धरना अभी भी चल रहा है।
भगवती मानव कल्याण संगठन के आधा दर्जन कार्यकर्ता घटना में घायल हुए हैं। जिनका उपचार जिला चिकित्सालय में चल रहा है। जिसमें छोटेलाल जायसवाल, दिलीप गुप्ता, रामसजीवन वैश्य, चन्द्रावली वैश्य, एवं संतोषी साकेत घायल हुए हैं। इनके हाथ, पैर, सिर पर चोट आई है।
संगठन के कार्यकर्ताओं पुलिस को मारपीट करने वालों की नामजद शिकायत की है। जिसमें अजीत सिंह , शिवेंन्द्र सिंह, सानू सिंह, जयदीप सिंह, छोटू, धर्मेन्द्र , भैया, अभिमन्यु सिंह, गोलू सिंह, आशीष सिंह के नाम शामिल हैं।