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सिंगरौली

आसान नहीं ट्रामा सेंटर में शिफ्टिंग की कवायद, अभी बिल्डिंग अधूरा, 15 अगस्त तक में शिफ्ट करने की तैयारी

व्यवस्था की कवायद में जुटा स्वास्थ्य महकमा है परेशान…..

सिंगरौलीJul 09, 2019 / 03:29 pm

Amit Pandey

Construction of Trauma Center in Singrauli incomplete

Construction of Trauma Center in Singrauli incomplete

सिंगरौली. मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए महकमा कवायद में जुट गया है। १५ अगस्त के बाद नए बिल्डिंग में जिला प्रशासन मरीजों को शिफ्ट करने का दावा करता है। लेकिन ट्रामा सेंटर में अब तक हुई व्यवस्थाओं के मद्देनजर शिफ्टिंग की यह कवायद आसान नहीं होगी।क्योंकि अभी न केवल बिल्डिंग का निर्माण कार्य अधूरा है। बल्कि इलाज की सारी व्यवस्था भी किया जाना बाकी है। जबकि शिफ्टिंग के लिए तय समय में केवल एक महीना बाकी है।
जिला अस्पताल में आधी-अधूरी व्यवस्थाओं के साथ संचालित ट्रामा को सीएमएचओ कार्यालय के पास निर्माणाधीन नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाना है। जानकारी के लिए बताते चलेंकि जगह के अभाव में जिला अस्पताल में मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गंभीर मरीजों को भी प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी जाती है। क्योंकि मरीजों को भर्ती करने न तो जगह मिल रहा है और न ही बेड मिलता।
ऐसी स्थिति में बारिश की सीजन में मरीजों को फर्श पर भर्ती कर उपचार करना संभव नहीं है। नतीजा मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया जाता है। जिससे गंभीर मरीजों की जान पर बन आती है। इन समस्याओं को देखते हुए ट्रामा सेंटर का निर्माण कर रही एजेंसी को जिला प्रशासन ने सख्त निर्देश देते हुए चेतावनी दिया है कि १५ अगस्त के बाद मरीजों को शिफ्ट करना है। इस बात को ध्यान में रखते हुए कार्य में तेजी लाएं।
विकास की रफ्तार धीमी
ऊर्जाधानी में विकास की रफतार बेहद धीमी है। यहां निर्माण शुरू तो होते हैं लेकिन पूरा होने में लंबा समय लग जाता है। ट्रॉमा सेंटर का हाल भी कुछ ऐसा ही है। जिसका निर्माण साढ़े तीन साल पहले शुरू हुआ था लेकिन अभी भी अधूरा है। सीएमएचओ कार्यालय के सामने ट्रॉमा सेंटर के निर्माण के लिए 11 सितंबर 2015 को आदेश हुआ था। कार्य के लिए पीडब्ल्यूडी पीआईयू को निर्माण एजेंसी नियुक्त किया गया था।
गुजर गया परफार्मेंस गांरटी का समय
निर्माण पूर्ण करने की अवधि तो छोडि़ए परफार्मेंस गांरटी का समय भी गुजर गया है लेकिन ट्रॉमा सेंटर का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को लेकर शासन-प्रशासन दोनों ने दूरी बनाए रखी। नतीजा यह रहा कि पूरा होने की उम्मीदें भी धूमिल होती जा रही हैं।
माननीयों ने भी नहीं ली रूचि
जानकारी के लिए बताते चलेंकि माननीयों ने डीएमएफ सहित योजना समिति की बैठक ली थी। जिसमें ट्रॉमा सेंटर की प्रगति को लेकर चर्चा हुई थी। इसे जल्द पूरा करने के निर्देश दिए थे लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। निर्माण एजेंसी पीडब्ल्यूडी की ओर से ट्रॉमा सेंटर के निर्माणकार्य की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं कर पाए।
हर रोज होती हैं सडक़ दुर्घटनाएं
कोयला परिवहन का क्षेत्र होने के कारण सिंगरौली सडक़ दुर्घटनाओं को लेकर डेंजर जोन में गिना जाता है। यहां हर दिन दुर्घटनाएं होती है। जिनमें गंभीर रूप से घायलों की अकाल मौत होती है। इन्हीं मौतों को रोकने के लिए ट्रॉमा सेंटर की आधारशिला रखने की पहल हुई थी। पर ये पहल आज तक साकार रूप नहीं ले सकी है।
फैक्ट फाइल:–
निर्माण कार्य : ट्रॉमा सेंटर
एजेंसी: पीडब्ल्यूडी पीआईयू
प्रशासकीय राशि: 8 8 9.8 8 लाख
कार्य आदेश दिनांक: 11-9-2015
कार्य पूर्ण करने की अवधि: 28 माह
परफार्मेस गारंटी अवधि: 3 वर्ष

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