सत्येंद्र उपाध्याय की मौत की खबर सुनकर परिजनों के पैर तले जमीन खिसक गई। चीख पुकार के साथ परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। बदहवास हालत में परिजन एनटीपीसी प्रबंधन को कोस रहे हैं। इस हादसे के बाद मृतक के दो बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। इस बात से दुखी परिजनों के आंसू नहीं थम रहे हैं। परिजनों पर दु:ख का पहाड़ टूट पड़ा है। आरोप है कि विंध्याचल एनटीपीसी की लापरवाही है कि कंपनी परिसर में लगातार हादसों के बाद भी जिम्मेदार लापरवाह बने हुए हैं।
एनटीपीसी विंध्यनगर में कार्यरत संविदा एजेंसी ब्रदर्स इंजिनियरिंग में वेल्डर का काम कर रहे सत्येन्द्र की मौत के बाद कंपनी की ओर से अंत्येष्टी के लिए मृतक के परिजनों को एक लाख रुपए की सहायता राशि दिलाई गई है। विंध्यनगर टीआई राघवेंद्र द्विवेदी ने बताया कि हादसे को लेकर कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। जांच में दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। पीडि़त परिवार को क्षतिपूर्ति व रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा।
विंध्याचल परियोजना में चार महीनों में यह दूसरी घटना है। पिछले वर्ष अक्टूबर में संविदा कर्मी अजीत दुबे की भी मौत हो गई थी। उस हादसे को लोग भूल नहीं पाए कि फिर एक वेल्डर की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई। इससे संविदा एजेंसियों की ओर से की गई सुरक्षा पर भी सवाल उठा रहे हैं।