गनीमत यह है कि लॉकडाउन का निर्णय राहत देने वाला साबित हुआ और मई महीने की शुरुआत के साथ पॉजिटिविटी दर में तेजी के साथ कमी आई। पूरी संभावना है कि जब तक प्रशासन चिकित्सीय सुविधाओं में इजाफा करेगा। कोरोना संक्रमण की स्थिति काफी हद तक सामान्य हो चुकी होगी। जिला प्रशासन की ओर से चिकित्सीय सुविधाओं में इजाफा को लेकर किए गए प्रयास में अब तक केवल चंद सुविधाएं मुहैया हो सकी हैं।
ज्यादातर व्यवस्थाएं अभी पाइपलाइन में है। चिकित्सीय सुविधाएं मुहैया होते-होते जिले में संक्रमण की स्थिति सामान्य हो जाएगी। यह बात और है कि चिकित्सीय व्यवस्थाओं में इजाफा संभव हुआ तो जताई जा रही संभावना के मद्देनजर तीसरी लहर में यह व्यवस्था काम आ सकती है। कोरोना संक्रमण की इस आपदा में अब तक दो में से केवल एक लाइफ सपोर्ट एबुंलेंस की सुविधा मुहैया हो सकी है। जबकि मांग कई उपकरणों के साथ अन्य व्यवस्थाओं के लिए की गई है।
अधिकारी कुछ बता पाने की स्थिति में नहीं
चिकित्सीय व्यवस्थाओं में इजाफा कब तक हो सकेगा। इस संबंध में अभी प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी कुछ कह पाने की स्थिति में नहीं है। अधिकारियों की ओर से केवल जल्द व्यवस्था होने की बात कही जा रही है। यह बात और है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में स्थिति अब सामान्य होने लगी है।
चिकित्सीय व्यवस्थाओं में इजाफा कब तक हो सकेगा। इस संबंध में अभी प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी कुछ कह पाने की स्थिति में नहीं है। अधिकारियों की ओर से केवल जल्द व्यवस्था होने की बात कही जा रही है। यह बात और है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में स्थिति अब सामान्य होने लगी है।
चिकित्सीय सुविधाओं की मांग
– जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन की मांग। अभी एनटीपीसी के विंध्य अस्पताल की मशीन के भरोसे हो रही है मरीजों की जांच।
– कोरोना संक्रमण की जांच के लिए आरटीपीसीआर मशीन की मांग। अभी आरटीपीसीआर जांच के लिए सेंपल रीवा भेजा जाता है।
– ऑक्सीजन प्लांट लगाने की मांग। जिला अस्पताल के साथ एनसीएल के नेहरू अस्पताल में बनना है। अभी केवल प्रक्रिया जारी है।
– 200 ऑक्सीजन कंसंटे्रेटर की मांग, अभी तक व्यवस्था केवल एक दर्जन तक सीमित है। जल्द ही और कंसंट्रेटर मिलने की उम्मीद।
– जिला अस्पताल के लिए वेंटिलेटर की मांग की गई है, लेकिन अभी तक मांग केवल प्रस्ताव व आश्वासन तक सीमित है।
– चिकित्सीय व पैरामेडिकल स्टॉफ की मांग। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढऩे के साथ स्टॉफ कम पड़ गया, अभी तक स्थाई व्यवस्था नहीं।
– जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन की मांग। अभी एनटीपीसी के विंध्य अस्पताल की मशीन के भरोसे हो रही है मरीजों की जांच।
– कोरोना संक्रमण की जांच के लिए आरटीपीसीआर मशीन की मांग। अभी आरटीपीसीआर जांच के लिए सेंपल रीवा भेजा जाता है।
– ऑक्सीजन प्लांट लगाने की मांग। जिला अस्पताल के साथ एनसीएल के नेहरू अस्पताल में बनना है। अभी केवल प्रक्रिया जारी है।
– 200 ऑक्सीजन कंसंटे्रेटर की मांग, अभी तक व्यवस्था केवल एक दर्जन तक सीमित है। जल्द ही और कंसंट्रेटर मिलने की उम्मीद।
– जिला अस्पताल के लिए वेंटिलेटर की मांग की गई है, लेकिन अभी तक मांग केवल प्रस्ताव व आश्वासन तक सीमित है।
– चिकित्सीय व पैरामेडिकल स्टॉफ की मांग। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढऩे के साथ स्टॉफ कम पड़ गया, अभी तक स्थाई व्यवस्था नहीं।