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दस्तक अभियान: दरवाजे पर दी गई दस्तक तो मिले 282 कुपोषित बच्चे, अस्पताल में इलाज की सुविधा का अभाव बनी चुनौती

locationसिंगरौलीPublished: Jul 08, 2019 01:07:28 pm

Submitted by:

Amit Pandey

जारी है दस्तक अभियान……

dastak campaign: 282 malnourished children in Singrauli

dastak campaign: 282 malnourished children in Singrauli

सिंगरौली. स्वास्थ्य विभाग का दस्तक अभियान ने चौकाने वाला खुलासा किया है। जिले में 10 जून से शुरू दस्तक अभियान में में कुल 282 बच्चे कुपोषित मिले हैं। अभियान जारी होने के कारण कुपोषित बच्चों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। इधर, जिला अस्पताल में कुपोषित बच्चों को भर्ती करने के लिए जगह नहीं मिल रहा है। हकीकत यह है कि पोषण पुनर्वास केंद्र में इलाज के नाम पर महज खानापूर्ति की जा रही है। ऐसे में कुपोषित बच्चे पोषणयुक्त कैसे होंगे, यह एक बड़ा सवाल है। जबकि स्वास्थ्य विभाग पोषणयुक्त होने का दावा कर रहा है।
दस्तक अभियान के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का दल घर-घर भ्रमण कर 5 वर्ष तक के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रहा है। विगत 27 दिन में जिले में तैनात 223 दस्तक दल की ओर से कुल 738 गांवों में करीब एक लाख दो हजार बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण का कार्य किया है। स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान कुल 282 कुपोषित बच्चों को चिह्नित किया गया। जिन्हें क्रमश: पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती कराकर पोषणयुक्त किया जा रहा है। वर्तमान में जिला अस्पताल के पोषण पुनर्वास केन्द्र में 46 बच्चों का उपचार चल रहा है।
ब्लड चढ़ाने में लापरवाही बरत रहा महकमा
जिला अस्पताल के पोषण पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों को भर्ती करने के लिए जगह नहीं मिल रहा है। जिससे बच्चों को उपचार में खानापूर्ति कर उन्हें छुट्टी दे दी जा रही है। वहीं एनिमिया ग्रस्त बच्चों को ब्लड चढ़ाने में स्वास्थ्य विभाग लापरवाही बरत रहा है। इधर निमोनिया, दस्तरोग, संक्रमण, जन्मजात विकृति से ग्रसित बच्चों का भी चिह्नित कर उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। दरअसल केंद्र में तमाम कवायद के बाद 40 बेड की व्यवस्था की गई है। जबकि बच्चों की संख्या सैकड़ों में है।
एनिमिक बच्चों को कर रहे चिह्नित
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरपी पटेल ने बताया कि दस्तक अभियान आगामी 20 जुलाई तक संचालित किया जाएगा। जिले के 1.45 लाख बच्चों को दस्तक अभियान के तहत स्वास्थ्य परीक्षण किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अभियान के तहत बच्चों में एनिमिया का परीक्षण कर चिन्हित किया जा रहा है। जिनका स्वास्थ्य परीक्षण कर सत्यापन कराया जा रहा है। साथ ही दस्तक दल चिन्हित बच्चों का सतत उपचार व फॉलोअप भी कर रहा है।
फैक्ट फाइल:-
– 1.45 हजार बच्चे स्वास्थ्य परीक्षण के लिए चिह्नित।
– 1.2 हजार बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण।
– 282 बच्चे कुपोषित मिले।
– 738 गांवों में टीम का चल रहा दौरा।
– 223 स्वास्थ्य टीम कर रही भ्रमण।
– 20 जुलाई तक चलेगा दस्तक अभियान।
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